नीतीश कुमार आठवीं बार बने CM, जानें, कब-कब बने थे बिहार के मुख्यमंत्री - यह है पूरी Timeline

मंगलवार सुबह जेडीयू विधायकों और सांसदों की बैठक के बाद नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया था.

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नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA को साल 2010 के विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत मिली थी...

नई दिल्ली:

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने पद से इस्तीफा दे दिया है. मंगलवार सुबह JDU विधायकों और सांसदों की बैठक के बाद नीतीश कुमार ने BJP के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया था. नीतीश कुमार ने बुधवार को आठवी बार बिहार में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. नीतीश कुमार 1974 के बिहार छात्र आंदोलन के दौर से ही सूबे की राजनीति में सक्रिय हैं. 1990 में लालू प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री बनाने में भी उनकी अहम भूमिका रही थी. बाद के समय में लालू प्रसाद के साथ उनके रिश्ते बिगड़ गए और उन्होंने जॉर्ज फर्नांडिस के साथ समता पार्टी का गठन किया, जिसके बाद 1996 के लोकसभा चुनाव से पहले वह NDA में शामिल हो गए. समय के साथ नीतीश कुमार केंद्र में रेलमंत्री बने और बाद में पहली बार साल 2000 में उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, हालांकि बहुमत साबित नहीं कर पाए, और सात ही दिन में इस्तीफा दे दिया. जानें - यह रहा है उनके राजनीतिक जीवन का टाइमलाइन.

कुछ ऐसा रहा है नीतीश कुमार का राजनैतिक सफर...
  1. 1985 में पहली बार बने विधायक : 1977 और 1980 के विधानसभा चुनावों में हार के बाद नीतीश कुमार पहली बार साल 1985 में हरनौत विधानसभा सीट से विधायक बने थे.
  2. 1989 में पहली बार बने सांसद : नीतीश कुमार पहली बार साल 1989 में बिहार के बाढ़ संसदीय क्षेत्र से सांसद बने बाद में 1996,1998 और 1999 के लोकसभा चुनावों में भी उन्होंने जीत दर्ज की.
  3. केंद्र सरकार में बने मंत्री : साल 1998 में नीतीश कुमार केंद्र में रेलमंत्री बने, 1999 में कृषि मंत्री बने. इस दौरान ही साल 2000 में उन्हें एनडीए की तरफ से बिहार में सीएम बनाया गया हालांकि वो बहुमत साबित नहीं कर पाए.
  4. 2005 में RJD सरकार को हटा बन गए CM: साल 2005 में हुए मध्यावधि चुनाव में नीतीश कुमार पहली बार बहुमत के साथ मुख्यमंत्री बने हालांकि मुख्यमंत्री के तौर पर यह उनका दूसरी बार शपथ था.
  5. 2010 में मिली बड़ी जीत : नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए को साल 2010 के विधानसभा चुनाव में बडी़ जीत मिली. 243 सदस्यों के विधानसभा में एनडीए गठबंधन को 206 सीटों पर जीत मिली. जदयू को अकेले 115 सीटों पर सफलता मिली.
  6. साल 2013 में पहली बार NDA से हुए अलग : BJP द्वारा नरेंद्र मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने से नाराज हो कर नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी को एनडीए से अलग कर लिया.
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  8. 2015 में ली चौथी बार CM पद की शपथ : 2014 के लोकसभा चुनाव में पराजय के बाद नीतीश कुमार ने सीएम पद छोड़ दिया था. लेकिन बाद में जीतन राम मांझी के साथ विवाद के कारण उन्होंने 2015 मे एक बार फिर कमान अपने हाथ में ले ली.
  9. 2015 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद पांचवीं बार ली शपथ : 2015 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजद, कांग्रेस और जदयू गठबंधन को एक बड़ी जीत मिली. जिसके बाद नीतीश कुमार ने पांचवी बार सीएम पद का शपथ लिया.
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  11. 2017 में महागठबंधन से हो गए अलग : लालू परिवार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद नीतीश कुमार ने पद से इस्तीफा दे दिया और तुरंत बाद बीजेपी के समर्थन से छठी बार उन्होंने सीएम पद का शपथ लिया.
  12. 2020 के चुनाव में जीत के बाद सातवीं बार बने CM: साल 2020 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी को महज 43 सीटों पर जीत मिली लेकिन बीजेपी गठबंधन को इस चुनाव में भी बहुमत का आंकड़ा प्राप्त हो गया. बीजेपी ने नीतीश कुमार में आस्था जताते हुए नीतीश कुमार को सीएम बनाया और नीतीश ने सातवीं बार सीएम पद की शपथ ली.
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  14. 9 अगस्त, 2022 को NDA से हो गए अलग : BJP पर JDU को तोड़ने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए नीतीश कुमार ने एनडीए से नाता तोड़ लिया और उन्होंने मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया.
  15. अब आठवीं बार ली CM पद की शपथ : NDA से अलग होने के बाद एक बार फिर राजद, कांग्रेस और वामदलों के सहयोग से नीतीश कुमार आठवीं बार बिहार के सीएम बन गए हैं.
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