प्रतिबंधित आतंकी संगठन PFI के ख़िलाफ़ NIA द्वारा बड़ी कार्रवाई की गयी है. यूपी, एमपी, राजस्थान, दिल्ली, महाराष्ट्र, तमिलनाडु में 12 से अधिक जगहों पर एनआईए की टीम ने एक साथ छापेमारी की है. बताया जा रहा है कि इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ़्तार भी किया गया है. पीएफआई को पिछले साल आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के चलते बैन कर दिया गया था. ख़बरों के मुताबिक राजस्थान के टोंक, कोटा, गंगापुर में भी NIA की टीम देर रात से दबिश दे रही है.
NIA की टीम आज मुंबई में भी सर्च ऑपरेशन कर रही है. बुधवार सुबह NIA की टीम अब्दुल वाहिद शेख़ के घर पहुंची लेकिन उन्होंने दरवाजा खोलने से मना कर दिया. अब्दुल वाहिद ने छापा मारने आए लोगों से पहले उनकी पहचान और नोटिस दिखाने को कहा. इसके बाद 11 बजे के बाद जब NIA की टीम ने सर्च वारंट मंगाकर दिखाया तो उन्होंने दरवाजा खोला और अब उनके घर पर सर्च जारी है. अब्दुल वाहिद शेख 7/11 मुंबई ट्रेन धमाकों के मामलों में आरोपी था लेकिन बाद में अदालत ने उसे बरी कर दिया था.
PFI को कोर्ट से नहीं मिली थी राहत
दिल्ली हाई कोर्ट ट्रिब्यूनल ने केंद्र सरकार द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर भारत मे लगाए बैन के फैसले को बरकरार रखा था. गृह मंत्रालय ने 28 सितंबर को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत पीएफआई और उसके 8 सहयोगियों को 5 साल के लिए बैन कर दिया था. पीएफआई पर आरोप है कि इस्लामिक स्टेट (आईएस) जैसे वैश्विक आतंकवादी संगठनों से उसके संबंध रह हैं. केंद्र ने पीएफआई और इसके सहयोगी या इससे संबंद्ध संगठनों पर रोक लगा दी थी, जिसमें रेहाब इंडिया फाउंडेशन (आरआईएफ), कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई), ऑल इंडिया इमाम्स काउंसिल (एआईआईसी), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यमून राइट्स ऑर्गनाइज़ेशन (एनसीएचआरओ), नेशनल वूमंस फ्रंट, जूनियर फ्रंट, इम्पावर इंडिया फाइंडेशन और रेहाब फाउंडेशन, केरल शामिल था.
ये भी पढ़ें-: