भारत की सर्वोच्च जांच एजेंसी National Investigating Agency (NIA) ने सोशल मीडिया पर कुछ भ्रामक संदेशों को फैलाए जाने को लेकर आम जनता को चेताया है. NIA ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है उनके ध्यान में ये बात आई है कि कुछ लोग एनआईए द्वारा कथित रूप से जारी किए गए कुछ भ्रामक संदेश विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित कर रहे हैं.
इन सोशल मीडिया पोस्ट के मद्देनज़र NIA ने यह स्पष्ट किया है कि इस तरह का कोई भी संदेश एनआईए ने जारी नहीं किया है. एनआईए के बयान के मुताबिक इस तरह के संदेश पूरी तरह से नकली और दुर्भावनापूर्ण हैं और जनता को गुमराह करने के लिए एक शरारती योजना का हिस्सा हैं.
अपने बयान में एनआईए ने कहा है कि पिछले साल जांच के दौरान यह पता चला था कि आईएस (इस्लामिक स्टेट) भोले-भाले युवाओं को निशाना बना रहा था और अपने हिंसक मंसूबों को आगे बढ़ाने के लिए झूठे प्रचार के जरिए उन्हें कट्टरपंथी बना रहा था. इसी को ध्यान में रखकर सितंबर 2021 में एक अपील की गई थी कि ऐसी किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना एनआईए सहित अधिकारियों को उसके लैंडलाइन नंबर: 011-24368800 पर दी जा सकती है.
एनआईए ने आम लोगों से अपील किया है कि इस तरह के फर्जी और झूठे मैसेज से गुमराह न हों. हालांकि, आतंकवादी गतिविधियों और तत्वों के बारे में जानकारी साझा करके देश और उनके लोगों को आतंकवाद से बचाने के लिए एनआईए के साथ हाथ मिलाने के लिए उनका स्वागत है.