नीट यूजी (NEET UG) परीक्षा में टॉप करने वाले राजस्थान के महेश कुमार.
नीट यूजी (NEET UG) परीक्षा का परिणाम घोषित हो गया है. इस परीक्षा में राजस्थान के महेश कुमार ने टॉप किया है. 12 लाख से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा को क्वालिफाई किया है. बता दें कि 22 लाख से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा दी थी. कैंडिडेट अपना स्कोरकार्ड भी नीट की ऑफिशियल वेबसाइट से ही डाउनलोड कर सकते हैं. टॉप 10 में 9 लड़के और एक लड़की है. वहीं टॉप 100 छात्रों को 99.9 परसेंटाइल मिले हैं.
छात्रों को परीक्षा का परिणाम देखने के लिए सबसे पहले नीट की आधिकारिक वेबसाइट 'नीटडॉटएनटीएडॉटएनआईसीडॉटइन' पर जाना होगा. वेबसाइट के होमपेज पर नीट 2025 रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें. इसके बाद अपना लॉगिन क्रेडेंशियल दर्ज करें और सबमिट करें. इसके बाद रिजल्ट देखें और स्कोरकार्ड डाउनलोड कर लें. परीक्षा परिणाम जारी करने से पहले एनटीए ने शनिवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट कर नीट यूजी परीक्षा 2025 की अंतिम उत्तर कुंजी जारी कर दी है.
एनटीए ने बताया कि सभी उम्मीदवार अब आधिकारिक एनटीए वेबसाइट पर अंतिम उत्तर कुंजी देख सकते हैं. एनटीए की ओर से नीट यूजी की परीक्षा 4 मई को आयोजित की गई थी. इस परीक्षा में 20 लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया था. रिजल्ट के साथ ही मेरिट लिस्ट, कट-ऑफ और स्कोरकार्ड भी जारी किए जाएंगे.
राजस्थान के महेश कुमार ने ‘राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा- स्नातक' (नीट-यूजी) में शीर्ष स्थान हासिल किया है, जबकि मध्य प्रदेश के उत्कर्ष अवधिया ने दूसरा स्थान हासिल किया है. राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने शनिवार को यह जानकारी दी. मेडिकल प्रवेश परीक्षा में शामिल कुल 22.09 लाख परीक्षार्थियों में से 12.36 लाख से अधिक अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए. हालांकि, यह संख्या पिछले वर्ष के 13.15 लाख उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से कम है. पिछले वर्ष परीक्षार्थियों की संख्या भी 23.33 लाख से अधिक थी.
महाराष्ट्र के कृषांग जोशी और दिल्ली के मृणाल किशोर झा क्रमशः तीसरे और चौथे स्थान पर रहे. लड़कियों में दिल्ली की अविका अग्रवाल शीर्ष पर रहीं और उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर पांचवां स्थान हासिल किया. अधिकतम उत्तीर्ण अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश (1.70 लाख से अधिक) से हैं, इसके बाद महाराष्ट्र (1.25 लाख से अधिक) और राजस्थान (1.19 लाख से अधिक) का स्थान है.
एनटीए हर साल मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए नीट आयोजित करता है. एमबीएसएस कोर्स के लिए कुल 1,08,000 सीटें उपलब्ध हैं जिनमें सरकारी अस्पतालों में लगभग 56,000 और निजी कॉलेजों में लगभग 52,000 सीटें हैं. दंत चिकित्सा, आयुर्वेद, यूनानी और सिद्ध में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए भी नीट परिणामों का उपयोग किया जाता है.