एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024 - द इंडिया सेंचुरी का आगाज सोमवार को हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर 'एनडीटीवी वर्ल्ड' चैनल को लॉन्च किया. इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि पब्लिक लाइफ में मुझे कई बार भांति-भांति के लोग मिल जाते हैं. वे कहते हैं तीन बार सरकार बना ली, इतनी दौड़ धूप क्यों कर रहे हैं. देश को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना लिया है, फिर इतनी मेहनत की क्या जरूरत है. ऐसे बोलने वाले ढेर सारे लोग मिल जाते हैं. जो सपने हमने देखें उसमें न चैन है न आराम है. पीएम ने कहा कि पिछले 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं. पिछले 10 साल में करीब 12 करोड़ शौचालय बने हैं. 15 से ज्यादा एम्स बने हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि लोग पूछते हैं क्या इतना करना काफी नहीं है? पीएम मोदी ने आगे जवाब दिया, "नहीं...इतनी करना काफी नहीं है. आज भारत दुनिया के सबसे युवा देश में एक है. इस युवा शक्ति की पूरी क्षमता का इस्तेमाल करते हुए आसमान की ऊंचाइयों को छुआ जा सकता है. इस ऊंचाई को छूने के लिए हमें बहुत तेजी से बहुत सारा कार्य करने की जरूरत है."
2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य
पीएम ने कहा कि देश को 2047 तक विकसित बनाने का हमारा लक्ष्य है. इसलिए सफलता का मापदंड सिर्फ ये नहीं है कि हमने क्या पाया... अब हमारा आगे क्या लक्ष्य है, हमें कहां पहुंचना है...हम उस ओर देख रहे हैं. 2047 तक विकसित भारत का संकल्प भी इसी सोच को दिखाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीटीवी वर्ल्ड समिट के मंच पर कहा कि हमारे तीसरे कार्यकाल के लिए लोगों का वोट देना स्थिरता का संदेश है, हरियाणा चुनाव परिणामों ने इस संदेश को और मजबूत किया.