एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन भरा. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, प.बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार से राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें समर्थन देने की मांग की. इससे पहले द्रौपदी मुर्मू संसद भवन पहुंची थीं और उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन भरा. इस दौरान पीएम मोदी के अलावा राजनाथ सिंह, अमित शाह, कई केंद्रीय मंत्री और सांसद मौजूद थे.
बता दें कि नामांकन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके पहले प्रस्तावक बने. जानकारी के अनुसार मुर्मू की उम्मीदवारी के लिए भाजपा ने नामांकन के चार सेट तैयार किए हैं. प्रधानमंत्री के अलावा, वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर किए.
बता दें कि द्रौपदी मुर्मू ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. प्रधानमंत्री मोदी ने खुद एक ट्वीट कर यह जानकारी दी थी और मुलाकात की तस्वीरें साझा की थी. पीएम मोदी ने कहा था, ‘‘द्रौपदी मुर्मू जी से मुलाकात की. राष्ट्रपति पद के लिए उनकी उम्मीदवारी का देश भर में और समाज के सभी वर्गों द्वारा सराहना की जा रही है. जमीनी समस्याओं के प्रति उनकी समझ और भारत के विकास को लेकर उनकी दृष्टि उत्कृष्ट है.''
वहीं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने गुरुवार को राजग की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दिया, जो कि इस पर पद के लिए पहली आदिवासी महिला हैं. राज्य सरकार के एक आधिकारिक बयान के मुताबिक- सीएम जगन का कहना है कि उनकी पार्टी एससी, एसटी, बीसी और अल्पसंख्यक समुदायों के प्रतिनिधित्व पर हमेशा जोर देती है.
गौरतलब है कि राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होंगे. वह किसी प्रमुख राजनीतिक दल या गठबंधन की ओडिशा से पहली राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं. वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल हैं. उन्होंने 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल के रूप में कार्य किया.