डार्क वेब और क्रिप्‍टोकरेंसी लेनदेन से जुड़े ड्रग्‍स अपराधों की जांच के लिए विशेषज्ञों की मदद लेगा NCB

यह निर्देश ऐसे समय में आया है जब एनसीबी, अपने मुंबई क्षेत्रीय कार्यालय में कुछ मामलों की जांच को लेकर विवाद के साये से बाहर निकलने की कोशिश कर रही है.

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प्रतीकात्‍मक फोटो
नई दिल्‍ली:

नारकोटिक्‍स कंट्रोल ब्‍यूरो (एनसीबी) ने डार्क वेब, क्रिप्टोकरेंसी और बहुस्तरीय लेन-देन से जुड़े मादक पदार्थ के जटिल अपराधों की जांच में मदद के लिए वित्तीय डाटा विश्लेषण और फॉरेसिक ऑडिट के विशेषज्ञों और कंपनियों की सेवाएं लेने का फैसला किया है. पिछले साल, एनसीबी के प्रमुख एसएन प्रधान ने निर्देश दिया था कि एजेंसी के अधिकारियों को केवल अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव वाले मामलों और हाई प्रोफाइल कार्टेल, सिंडिकेट से जुड़े मामलों की जांच पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए. उन्होंने इस कार्रवाई का पालन करने के लिए अपनी जांच इकाई को कोष के प्रवाह की जांच सुनिश्चित करके और संबंधित अदालतों के समक्ष समय पर आरोप पत्र दाखिल करने को कहा है.यह निर्देश ऐसे समय में आया है जब एजेंसी अपने मुंबई क्षेत्रीय कार्यालय में कुछ मामलों की जांच को लेकर विवाद के साये से बाहर निकलने की कोशिश कर रही है. मादक पदार्थ से संबंधित मामले में पिछले साल अक्टूबर में एक क्रूज पर छापेमारी के बाद अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान समेत 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इस मामले पर बाद में बड़ा विवाद हुआ था.

एनसीबी ने सूची में शामिल करने के लिए परामर्श एजेंसियों को एक नोटिस जारी किया है, जिन्हें ‘‘नशीले पदार्थों से संबंधित धन के लेन-देन की श्रृंखला का पता लगाने और वित्तीय जांच मामलों में प्रभावी मार्गदर्शन प्रदान करने'' में मदद करने की आवश्यकता होगी.‘पीटीआई-भाषा' द्वारा प्राप्त किये गये प्रस्ताव के अनुसार वे ब्यूरो और अन्य एजेंसियों के विभिन्न डाटाबेस में उपलब्ध वित्तीय विवरणों और डाटा का विश्लेषण करने में एनसीबी की सहायता करेंगे. यह जांच करने वाले अधिकारियों को ‘‘गलत तरीके से अर्जित धन का पता लगाने के लिए इच्छुक पक्ष और संबंधित पक्षों की आय और व्यय के विवरण तैयार करने'' में भी मदद करेगा.विशेषज्ञों से यह भी अपेक्षा की गई है कि वे एनसीबी टीम को फॉरेंसिक ऑडिट करने, रिपोर्ट और दस्तावेजों की जांच करने तथा बैंक विवरण का विश्लेषण करने और किसी आरोपी, उसके सहयोगियों और परिवार के सदस्यों की अवैध आय का पता लगाने में सहायता करेंगे. वित्तीय डाटा का विश्लेषण करने तथा कंपनी और क्षेत्र-विशिष्ट रिपोर्ट तैयार करने के लिए विशेषज्ञों की सेवाओं की भी आवश्यकता होगी.

वित्तीय विशेषज्ञों को शुरू में दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, मुंबई, चंडीगढ़, बेंगलुरु और गुवाहाटी में स्थित एनसीबी क्षेत्रीय कार्यालयों के साथ संलग्न करने का प्रस्ताव है. एनसीबी तेजी से ऐसे मामलों का पता लगा रहा है जहां मादक पदार्थ से संबंधित सौदों के लिए डार्क वेब और क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल बढ़ गया है.एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इसलिए इन मामलों की जांच के लिए विशेषज्ञता की आवश्यकता है. एजेंसी अब इन अपराधों की जांच के लिए बड़े स्तर पर साइबर क्षेत्र पर नजर रख रही है.उन्होंने कहा, ‘‘हम जल्द ही एक पूरी तरह से सुसज्जित साइबर इकाई भी स्थापित करने जा रहे हैं. सूची में शामिल निजी विशेषज्ञों से मिली जानकारी एजेंसी को अपनी जांच गुणवत्ता बढ़ाने में मदद करेगी.''एनसीबी ने पिछले महीने एक मादक पदार्थ तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ कर 22 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें सॉफ्टवेयर इंजीनियर, एक वित्तीय विश्लेषक, एक एमबीए स्नातक और एजेंसी का एक कर्मचारी भी शामिल था. यह गिरोह घर पर नशीले पदार्थों को कूरियर करने के लिए डार्क नेट और क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करता था.

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