नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के मुंबई जोन के निदेशक समीर वानखेड़े की पहली पत्नी के पिता ने दावा किया है कि वह हमेशा से वानखेड़े परिवार को इस्लाम के अनुयायी के रूप में जानते थे और अधिकारी के पिता का नाम दाऊद था. डॉ. जाहिद कुरैशी ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जब उनकी बेटी शबाना ने समीर वानखेड़े से शादी की तो वानखेड़े इस्लाम के अनुयायी की तरह रहे और वह कभी-कभी मस्जिद भी जाते थे. उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में वानखेड़े के जन्म प्रमाणपत्र को लेकर हुए विवाद के बाद उन्हें उनके हिंदू होने के बारे में पता चला. कुरैशी का दावा ऐसे समय आया है जब महाराष्ट्र के मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता नवाब मलिक ने आरोप लगाया है कि समीर वानखेड़े का जन्म मुस्लिम के रूप में हुआ था लेकिन उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा पास करने के बाद नौकरी हासिल करने के वास्ते यह दिखाने के लिए जाति प्रमाणपत्र सहित दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा किया कि वह हिन्दू अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखते हैं. मलिक के आरोप के बाद इस एनसीबी अधिकारी ने कहा था कि उनके पिता ज्ञानदेव कचरूजी वानखेड़े हिंदू और उनकी दिवंगत मां जाहिदा मुस्लिम थीं. उन्होंने कहा कि उनके पिता जून 2007 में पुणे के राज्य आबकारी विभाग के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे.
डॉ. कुरैशी ने कहा, "हम हमेशा से वानखेड़े परिवार को इस्लाम के अनुयायी के रूप में जानते थे. वास्तव में, मैं हमेशा ज्ञानदेव को दाऊद वानखेड़े के रूप में जानता था. हम अपनी बेटी डॉ. शबाना की शादी समीर के साथ करने के लिए सहमत हुए क्योंकि उनकी दिवंगत मां ज़ाहिदा के साथ हमारे सौहार्दपूर्ण संबंध थे."उन्होंने कहा, ‘‘डॉ. शबाना और समीर के बीच शादी घरवालों की मर्जी से हुई थी, जो 2006 में हुई थी. हालाँकि, तलाक के बाद हमने कभी इस पर चर्चा नहीं की और इसे अपने मन में दबा लिया क्योंकि यह हमारे लिए एक दर्दनाक बात थी. हम भी अपने जीवन के साथ आगे बढ़ गए.''यह पूछे जाने पर कि उन्हें वानखेड़े के हिंदू होने के दावे के बारे में कैसे पता चला, कुरैशी ने कहा, "समीर वानखेड़े और उनके जन्म प्रमाणपत्र के बारे में विवाद शुरू होने के बाद, मेरे परिवार को इसके बारे में पता चला. वास्तव में, मैं दिवंगत ज़ाहिदा के पति का नाम दाऊद के रूप में जानता था. मुझे पता था कि समीर कभी-कभी मस्जिद जाता था."
मामले में अपनी चुप्पी तोड़ने के अपने फैसले के बारे में उन्होंने कहा, “जब समीर ने दावा किया कि वह जन्म से ही हिंदू हैं, तो कई लोगों ने मुझसे पूछा कि मैंने अपनी बेटी को उससे (एक हिंदू) शादी करने की अनुमति कैसे दी. यह मेरे और मेरे परिवार के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया. इसलिए मैं यह स्पष्ट कर रहा हूं कि जब मेरी बेटी शबाना और समीर वानखेड़े की शादी हुई थी, तब दूल्हा इस्लाम का अनुयायी था. उसके पिता का नाम दाऊद था."वानखेड़े की शादी के दो साल बाद उन्हें सरकारी नौकरी मिल गई थी.आरक्षण के तहत वानखेड़े के नौकरी हासिल करने से जुड़े एक सवाल के जवाब में कुरैशी ने कहा, "जब समीर को नौकरी मिली, तो किसी ने यह नहीं पूछा कि उन्हें यह कैसे मिली. आप आमतौर पर किसी और के जीवन में इतने गहरे नहीं जाते हैं. उन दिनों यह पता लगाने का कोई चलन भी नहीं था कि नौकरी आरक्षण के तहत मिली या नहीं."
समीर वानखेड़े के पिता के इस दावे कि उनका नाम ज्ञानदेव है, न कि दाऊद, के बारे में उन्होंने कहा, "ज्ञानदेव वानखेड़े द्वारा दिखाए गए सभी दस्तावेज ज़ाहिदा के साथ उनकी शादी से पहले के हैं. उन्होंने अपनी शादी के बाद कोई दस्तावेज नहीं दिखाया है. उन्होंने तब इस्लाम अपना लिया था और ज़ाहिदा से शादी की तथा एक सामान्य मुसलमान के रूप में जीवन जिया."उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि हमारी निजी तस्वीरें और सूचनाएं मीडिया में कैसे आ गईं. हमने इसके लिए कुछ नहीं किया और न ही इसमें किसी की मदद की."समीर वानखेड़े ने पहले कहा था कि उन्होंने 2006 में विशेष विवाह अधिनियम के तहत डॉ. शबाना कुरैशी से शादी की थी और फिर दोनों ने 2016 में एक दीवानी अदालत के जरिए तलाक ले लिया. बाद में 2017 में उन्होंने अभिनेत्री क्रांति रेडकर से शादी कर ली.
गौरतलब है कि नवाब मलिक ने सोमवार को दावा किया था कि वानखेड़े जन्म से मुस्लिम हैं. उन्होंने आरोप लगाया था कि अपने धर्म को "छिपाकर" वानखेड़े ने फर्जी दस्तावेज प्राप्त किए और इसके माध्यम से एक पिछड़े वर्ग के उम्मीदवार का अधिकार छीन लिया गया.हालांकि, वानखेड़े ने कहा था कि वह "सच्ची भारतीय परंपरा में एक समग्र, बहु-धार्मिक और धर्मनिरपेक्ष परिवार" से संबंधित हैं और उन्हें अपनी विरासत पर गर्व है. बुधवार को, समीर वानखेड़े की पहली शादी कराने वाले काजी ने दावा किया था कि अधिकारी एक मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखते हैं, अन्यथा इस्लाम के अनुसार 'निकाह' नहीं किया जाता.इस महीने की शुरुआत में वानखेड़े के नेतृत्व में एनसीबी की एक टीम ने तीन अक्टूबर को मुंबई अपतटीय क्षेत्र में एक क्रूज पोत से कथित तौर पर मादक पदार्थ जब्त किया था, जिसके बाद अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था.