"छोटी सोच": पैगंबर विवाद पर इस्लामिक सहयोग संगठन की टिप्पणी पर बोला भारत

इस्लामिक सहयोग संगठन मुस्लिम बहुल देशों का एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसके सदस्य देशों में पाकिस्तान शामिल है. भारत ने देश के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने के लिए ओआईसी की अक्सर निंदा की है. 

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इस्लामिक सहयोग संगठन खुद को "मुस्लिम दुनिया की सामूहिक आवाज" कहता है.
नई दिल्ली:

इंडोनेशिया, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) बहरीन और अफगानिस्तान सोमवार को उन मुस्लिम देशों में शामिल हो गए, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता नुपूर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी की निंदा की और सभी धार्मिक आस्थाओं का सम्मान किए जाने की अहमियत पर ज़ोर दिया. सऊदी शहर जेद्दा में स्थित इस्लामिक सहयोग संगठन यानी ओआईसी ने भाजपा के बर्खास्त प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा था कि ये बयान भारत में इस्लाम के प्रति घृणा और दुर्व्यवहार और मुसलमानों के खिलाफ व्यवस्थित प्रथाओं को तेज करने के संदर्भ में आया है.

वहीं इस बयान के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत "ओआईसी सचिवालय की अनुचित और छोटी सोच वाली टिप्पणियों को स्पष्ट रूप से खारिज करता है. भारत सरकार सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान देती है." उन्होंने कहा कि एक धार्मिक व्यक्तित्व को बदनाम करने वाले आपत्तिजनक ट्वीट और टिप्पणियां कुछ व्यक्तियों द्वारा की गई थीं. वे किसी भी तरह से भारत सरकार के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. संबंधित निकायों द्वारा इन व्यक्तियों के खिलाफ पहले ही कड़ी कार्रवाई की जा चुकी है."

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OIC मुस्लिम बहुल देशों का एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसके सदस्य देशों में पाकिस्तान शामिल है. भारत ने देश के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने के लिए ओआईसी की अक्सर निंदा की है.  OIC अकस्र जम्मू और कश्मीर से जुड़े मामले में भी टिप्पणी करता रहता है. ये संगठन खुद को "मुस्लिम दुनिया की सामूहिक आवाज" कहता है. (भाषा इनपुट के साथ)

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