मैनहोल की सफाई कर रहे एक नगर निगम कर्मचारी की कार से कुचलकर मौत हो गई. यह घटना हाल ही में कांदिवली इलाके में घटी. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की कड़ी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. कर्मचारी 10 दिनों से अधिक समय तक अस्पताल में अपनी जिंदगी के लिए संघर्ष करता रहा लेकिन चोटों के कारण उसने दम तोड़ दिया. मैला ढोने के लिए किसी व्यक्ति को नियोजित करना एक दंडनीय अपराध है, लेकिन देश भर से अभी भी कई मामले सामने आते हैं.
इलाके में लगे सीसीटीवी द्वारा रिकॉर्ड की गई क्लिप में, दो कर्मचारी मैनहोल को मैन्युअल रूप से साफ करते हुए दिखाई दे रहे हैं. उनमें से एक सीवर के अंदर है, जबकि दूसरा कर्मचारी अपशिष्ट पदार्थ उठाकर फेंकता हुआ दिखाई दे रहा है.
जैसे-जैसे वीडियो आगे बढ़ता है, मैनहोल के अंदर का कर्मचारी, जिसकी पहचान 37 वर्षीय जगवीर यादव के रूप में होती है, कचरा उठाने के लिए नीचे झुकता है, लेकिन इससे पहले कि वह बाहर आ पाता, एक नीली हुंडई i20 उसके ऊपर से गुजरती हुई दिखाई देती है.
अन्य कर्मचारी और आस-पास के लोग यादव की मदद करने और उसे बाहर निकालने के लिए दौड़े. ऐसा प्रतीत होता है कि कर्मचारी बेहोश हो गया है. समाचार एजेंसी एएनआई ने पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) (जोन XI) अजय बंसल के हवाले से कहा है कि यह घटना 11 जून को सुख शांति हाउसिंग सोसाइटी के पास हुई थी. 22 जून को, घायल सफाई कर्मचारी की मृत्यु हो गई. उसके बाद कार चालक और स्वच्छता कार्य ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया गया है.
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने धारा 304 (ए) (लापरवाही से मौत का कारण), 336 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना) और 279 (तेज गाड़ी चलाना) के तहत मामला दर्ज किया है. उन्होंने यह भी कहा कि गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों - कार चालक विनोद उधवानी और ठेकेदार अजय शुक्ला को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया.
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