महाराष्ट्र में बारिश का दौर शुरू हो गया है. आज सुबह भी मुंबई शहर के कुछ हिस्सों में बारिश हुई. कई स्थानों पर पेड़ टूटकर गिर गए. मौसम विभाग ने कहा कि अगले 3-4 घंटों के दौरान ठाणे, रायगढ़, पालघर, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, मुंबई जिलों में अलग-अलग स्थानों पर 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ बिजली और मध्यम से तीव्र बारिश के साथ गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाने और गरज के साथ बिजली चमकने की संभावना जताई है. आईएमडी ने कहा कि शहर का अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है. स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली, हरियाणा, उत्तर-पश्चिम राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति हो सकती है. आईएमडी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर पश्चिम भारत के अन्य हिस्सों में सप्ताहांत में अधिकतम तापमान में कुछ डिग्री की कमी आएगी लेकिन 15 जून तक कोई बड़ी राहत मिलने की संभावना नहीं है.
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह करीब नौ बजे खराब (315) श्रेणी में दर्ज किया गया. शून्य से 50 के बीच एक्यूआई अच्छा माना जाता है, 51 और 100 संतोषजनक, 101 और 200 मध्यम, 201 और 300 खराब, 301 और 400 बहुत खराब, और 401 और 500 गंभीर माना जाता है.
मुंबई के आसपास के इलाकों में कई जगह पर पेड़ उखड़े हुए नजर आए. ठाणे में एक पेड़ टूटकर टेम्पो पर जा गिरा. हालांकि, शुक्र है कि कहीं भी इससे जानमाल के नुकसान की खबर नहीं आई है.
उत्तर, पश्चिम और मध्य भारत में जारी लू से शुक्रवार को कुछ राहत मिली और अगले सप्ताह अधिकत तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट होने की संभावना है . भारत मौसम विभाग ने इसकी जानकारी दी .हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, झारखंड, पंजाब और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में दिन के दौरान लू की स्थिति बनी रही और उत्तर प्रदेश में बांदा देश में सबसे गर्म स्थान रहा जहां का अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
इन राज्यों के 25 शहरों और कस्बों में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया . हालांकि, ऐसे शहरों की संख्या बुधवार और बृहस्पतिवार को क्रमश : 42 और 32 थी .पछुआ हवा के शुष्क और गर्म होने के कारण पश्चिमोत्तर और मध्य भारत दो जून से लू की जबरदस्त चपेट में है .भारत मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर के जेनामनि ने बताया, ‘‘अप्रैल के आखिर और मई के मुकाबले लू की तीव्रता कुछ कम है लेकिन लेकिन प्रभाव का क्षेत्र लगभग बराबर है .
विभाग ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर और उत्तर पश्चिम भारत के अन्य हिस्सों में अधिकतम तापमान सप्ताहांत में कुछ डिग्री कम हो जाएगा, लेकिन 15 जून तक कोई बड़ी राहत की संभावना नहीं है.विभाग ने कहा कि नमी युक्त पूर्वा हवाएं 16 जून से भीषण गर्मी से काफी राहत दिलाएंगी. मौसम विभाग के अधिकारी ने कहा कि 12 जून से पूर्वी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में मॉनसून से पहले की गतिविधि की भविष्यवाणी की गई है, लेकिन उत्तरी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तर मध्यप्रदेश में सामान्य से अधिक तापमान बना रहेगा.
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उन्होंने कहा कि दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में 11-12 जून को थोड़ी राहत मिल सकती है और सप्ताहांत में बादल छाए रहेंगे लेकिन बारिश की संभावना नहीं है. विभाग ने कहा है कि 15 जून तक अधिकतम तापमान 40 डिग्री और 43 डिग्री के बीच बनी रहेगी.
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