मुंबई के जिजामाता नगर में नाकाबंदी के दौरान बिना हेलमेट के पुलिस के हत्थे चढ़ा शख्स गुजरात का शातिर चोर निकला. आरोपी की तलाशी ली तो खुद पुलिस वाले हैरान रह गए. पुलिस ने उसके पास से 50 लाख रुपये से ज्यादा के सोने के जेवरात और 7 लाख 40 हजार रुपये कैश बरामद किए हैं. पुलिस के मुताबिक, उसने गुजरात के भरूच और आसपास के इलाकों से गहने और रुपये चुराना कबूला है, वहीं उसके पास से मिली मोटर साइकिल और मोबाइल भी चोरी का है.
मुंबई पुलिस के डीसीपी अकबर पठान के मुताबिक, वर्ली पुलिस ने 9 फरवरी को जिजामाता नगर के पास नाकाबंदी लगाई थी. इस दौरान एक शख्स बिना नंबर की मोटर साइकिल और बिना हेलमेट के गुजरता नजर आया. पुलिस ने जब उसे रोका और सवाल किए तो वह ठीक जवाब नहीं दे पाया. इसके बाद पुलिस को शक होने पर आरोपी को वर्ली पुलिस थाने लाया गया और उसकी मोटरसाइकिल की तलाशी ली गई तो पुलिस खुद दंग रह गई. डीसीपी अकबर पठान ने बताया कि उसके पास से 7 लाख 40 हजार रुपए की नगदी और 50 लाख रुपये से ज्यादा के सोने के जेवरात मिले हैं.
डीसीपी के मुताबिक, उससे जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो पता चला कि मोटरसाइकिल भी चोरी की है और उसने 6 फरवरी को गुजरात से चुराई गई है. इसके साथ ही जांच में यह सामने आया कि आरोपी के पास से बरामद रुपये और गहने भी गुजरात के भरूच और आसपास के इलाके में सेंधमारी कर चुराए गए थे.
आरोपी इतना शातिर है कि पहले उसने पुलिस को अपना नाम भी गलत बताया था. उसने अपना नाम मोहसिन इमरान सैय्यद उर्फ शेख बताया था जबकि उसके पास से मिले मोबाइल की जब पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि उसका असली नाम मोहम्मद आफताब कासिम खान है और वह सूरत का रहने वाला है.
पुलिस के मुताबिक, उसके पास से मिला मोबाइल फोन भी चोरी का था, जिसे उसने अजमेर से चुराया था. डीसीपी अकबर पठान के मुताबिक आरोपी अकेले ही सेंधमारी और चोरी की वारदातों को अंजाम देता था. साथ में कभी अपना पहचान पत्र नहीं रखता था, सिर्फ पहले चोरी किया मोबाइल अपने पास रखता था.
वर्ली पुलिस ने आरोपी के बारे में गुजरात पुलिस को जानकारी दे दी है.
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