मुंबई पुलिस ने एनडीटीवी को अहम जानकारी दी है की पहलगाम हमले के बाद 300 अवैध बांग्लादेशी डिपोर्ट हुए हैं. इस साल 766 की गिरफ्तारी हुई है. सुरक्षा लिहाज़ से महत्त्वपूर्ण इस कार्रवाई में, शक के दायरे में ख़ुद को पश्चिम बंगाल का बता रहे बंगाली-भाषी मुस्लिम प्रवासी भी आते दिख रहे हैं.
मोहम्मद अमीन शेख, पश्चिम बंगाल से हैं. बताते हैं की 47 वर्षों से मुंबई में परिवार सहित बसे हैं. सारे काग़ज़ात हैं पर बंगाली बोलने के कारण बांग्लादेशी समझ लिए जाते हैं. मोहम्मद अमीन शेख ने बताया कि बंगाली बोलने के कारण हम शक के घेरे में बार बार आते हैं, दो बार पुलिस ने बुलाया पूछताछ की.
अमीन शेख की तरह ही सलीम शेख भी पश्चिम बंगाल से हैं, मुंबई में सालों से मजदूरी करते हैं. अवैध बांग्लादेशियों की पुलिसिया तलाश में कई बार पूछताछ के दायरे में ये भी आ जाते हैं. सलीम शेख ने बताया कि दो बार पूछताछ की है पुलिस ने. अब क्या करें बुलाती है तो जाना पड़ता है माना थोड़े ही करेंगे. मुश्किल तो होती है.
पश्चिम बंगाल के होने का दावा कर रहे सईदउल शेख खफा दिखे. कहते हैं बांग्लादेशियों की अवैध एंट्री और चंद रुपयों में सारे फ़र्ज़ी काग़ज़ात बनाने वालों पर शिकंजा कसें. बंगाल से पेट भरने आए उन जैसे मज़दूरों पर नहीं. पुलिस चुकी के कई चक्कर ये भी लगा चुके हैं.
सईदउल शेख ने बतायाकि बार बार पुलिस के पास जाना होता है. मैं हावड़ा से हूं. वहां जब परिवार से बात करवाया तो छोड़ा लेकिन बार बार हम शक में दायरे में रहते हैं. हालांकि, सभी एक सुर में कहते हैं कि सुरक्षा के लिहाज से अवैध बांग्लादेशियों पर कार्रवाई ज़रूरी है.
वहीं, महाराष्ट्र सरकार भरोसा दिला रही है की कार्रवाई उन्हीं पर हो रही है जो अवैध रूप से बसे हैं. महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने बताया कि हमारी सरकार देवेंद्र फडणवीस की सरकार ऐसे किसी भी परिवार पर अन्याय नहीं करेगी. देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री भी है इसके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं. बांग्लादेशी घुसपैठियों को छोड़कर हमारी सरकार किसी पर भी अन्याय नहीं करेगी. इस पर कार्रवाई की जाएगी जो कार्रवाई के लिए योग्य है. सर्वसाधारण लोगों को परेशान नहीं किया जाएगा.
मुंबई पुलिस के लॉ एंड ऑर्डर कमिश्नर सत्यनारायण चौधरी ने एनडीटीवी को एक्सक्लूसिव जानकारी दी की. बड़ी कार्रवाई के तहत पहलगाम हमले के बाद अब तक 300 अवैध बांग्लादेशियों को वापस भेजा जा चुका है और इस साल अब तक अवैध रूप से रह रहे 766 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया है.
वहीं, महाराष्ट्र में एक बड़ी कार्रवाई के तहत 18 मई 2025 तक 18 लाख राशन कार्ड रद्द किए गए हैं, इनमें से अधिकांश कार्ड धारक अवैध रूप से राज्य में रह रहे बांग्लादेशी प्रवासी होने की संभावना है. इस कार्रवाई का सबसे ज्यादा असर मुंबई में देखा गया, जहां 4.8 लाख राशन कार्ड रद्द किए गए.
आतंकवाद और अपराध से बड़ी लड़ाई के बीच अवैध बांग्लादेशियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा लिहाज़ से अहम है. इस बीच पूछताछ के दायरे में आ रहे पश्चिम बंगाल के बंगाली भाषी-मुस्लिम निवासी फ़िलहाल धैर्य के साथ पड़ताल का स्वागत कर रहे हैं.