मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुरैना जिले में शनिवार सुबह चंबल नदी पार कर राजस्थान (Rajasthan) के एक मंदिर जाने के दौरान दो लोगों की डूबने से मौत(Death) हो गई और पांच लापता हो गए.बचावकर्मियों ने नदी से तीन शव निकाले हैं, लेकिन उनमें से एक की पहचान नहीं हो पाई और जीवित बचे लोगों के अनुसार, यह मृतक उनके 17 लोगों के जत्थे से नहीं है.मुरैना के जिला कलेक्टर अंकित अस्थाना ने मीडिया को बताया कि दो शवों की पहचान कर ली गई है, जबकि तीसरे की पहचान नहीं हो सकी है.एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह घटना सुबह करीब सात बजे हुई जब मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के 17 श्रद्धालुओं का एक समूह पड़ोसी राज्य में एक मंदिर के मेले में जाने के लिए निकाला था. इन लोगों ने यह सोचकर नदी को पैदल पार करने का प्रयास किया कि पानी उथला है.
मुरैना जिले के टेंटरा थाने के निरीक्षक धर्मेंद्र मालवीय ने कहा कि वे पानी के तेज बहाव में बह गए, लेकिन उनमें से दस तैरकर सुरक्षित किनारे तक पहुंच गए. जीवित बचे लोगों में से सात राजस्थान की ओर नदी तट पर पहुंचे और तीन मध्य प्रदेश की ओर आए.अधिकारियों ने कहा कि समूह के दो व्यक्ति देवकीनंदन (50) और कल्लो बाई (45) की डूबने से मौत हो गयी जबकि पांच अभी भी लापता हैं.बचावकर्मियों को एक और शव मिला है लेकिन उसकी पहचान नहीं हो सकी है क्योंकि संभवत: नदी में मगरमच्छों के काट लेने से उसका चेहरा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया.
जीवित बचे लोगों में से एक चेयुन कुशवाहा ने संवाददाताओं से कहा कि यह व्यक्ति उनके समूह का नहीं था.मालवीय ने कहा कि रुक्मणी (24), लवकुश सिंह (12), ब्रजमोहन (17), अलोपा बाई (45) और रश्मि (19) लापता हैं और देर शाम तक उनकी तलाश की जा रही थी.
ये सभी शिवपुरी जिला मुख्यालय से लगभग 22 किलोमीटर दूर चिलवाड़ा गांव के रहने वाले हैं और राजस्थान के करौली जिले में कैला देवी मंदिर जा रहे थे.अधिकारियों ने कहा कि पुलिस और राजस्थान के बचावकर्मी भी लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं. चंबल नदी मध्य प्रदेश और राजस्थान से होकर गुजरती है। मुरैना, श्योपुर और शिवपुरी जिले के लोग चंबल नदी पार कर राजस्थान में आते-जाते हैं.
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