देशभर से आ रही बारिश (Rain) की तस्वीरों से साफ है कि अलग-अलग राज्यों में मानसून (Monsoon) काफी मेहरबान है. इसके कारण कई जगहों पर बारिश हो रही है. उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों के लोगों को आज अलर्ट रहने की जरूरत है. दोनों ही राज्यों में आज कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने जहां बिहार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है तो पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. दोनों ही राज्यों में हाल ही में काफी बारिश हुई है और इसके कारण नदियां उफान पर है.
इन राज्यों में हो सकती है भारी बारिश
बिहार में आज अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी और अत्यंत भारी बारिश बारिश की संभावना जताई गई है. बिहार को लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी दी है और रेड अलर्ट जारी किया है. इसके साथ ही 12 जुलाई को बिहार के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई है.
मौसम विभाग ने आज पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वी मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना जताई है और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
इसके साथ ही उप-हिमालय पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 11 जुलाई को अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश के साथ ही अत्यंत भारी वर्षा (204.4 मिलीमीटर से अधिक होने की संभावना जताई है.
इसके साथ ही आज गोवा में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की भी संभावना है. वहीं कोंकण, मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्र और तटीय कर्नाटक में 12-14 जुलाई के दौरान भारी बारिश हो सकती है.
इसके साथ ही असम और मेघालय में आज कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश के साथ ही अत्यंत भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं अरुणाचल प्रदेश में 12 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है.
आकाशीय बिजली की चपेट में आने से सात लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर, अमेठी और जौनपुर जिलों में बुधवार को बारिश के बीच आकाशीय बिजली की चपेट में आने से सात लोगों की मौत हो गई. इनमें से ज्यादातर लोग खुले में थे, जिनकी आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई.
भूस्खलन के बाद बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग फिर बंद
उत्तराखंड में पीपलकोटी और जोशीमठ के बीच पातालगंगा के पास एक बार फिर भारी भूस्खलन हो जाने के कारण बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग आवाजाही के लिए एक बार फिर बंद हो गया. भूस्खलन के कारण मलबों और धूल-मिट्टी का एक बड़ा गुबार उठा. भूस्खलन के कारण पहाड़ी पर से भारी मात्रा में मलबा राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे एक सुरंग के मुहाने पर आ गिरा, जिससे सुरंग को नुकसान पहुंचा.
बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पहले भी पिछले कुछ दिनों तक भूस्खलन के मलबे के कारण बंद रहा था. इस सुरंग का निर्माण कुछ साल पहले इलाके में लगातार होने वाले भूस्खलन को देखते हुए किया गया था.
मुख्यमंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई और स्थलीय सर्वेक्षण किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीलीभीत और लखीमपुर खीरी जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई और स्थलीय निरीक्षण किया और कहा कि संकट के इस समय में सरकार सभी बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़ी है. इस दौरान उन्होंने आपदा से प्रभावित बच्चों, महिलाओं और स्थानीय लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं. आदित्यनाथ ने आपदा से प्रभावित लोगों से कहा कि संकट की इस घड़ी में प्रदेश सरकार उनके साथ खड़ी है. सरकार की ओर से उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश के 133 गांव जुलाई माह के पहले सप्ताह में ही मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ की चपेट में हैं, हजारों हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है और बाढ़ से बचाव के लिये जन प्रतिनिधि व स्थानीय प्रशासन पूरी तरह जुटे हुए हैं.
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