केंद्र सरकार के 100 दिन पूरे हो गए हैं. इस मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एनडीटीवी से खास बातचीत में सरकार की प्रमुख उपलब्धियों, कृषि क्षेत्र में किए गए सुधारों, किसानों के सशक्तीकरण और महिला सशक्तीकरण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. एनडीटीवी के रेजिडेंट एडिटर अनुराग द्वारी के साथ इंटरव्यू में शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की नीतियां कैसे भविष्य का निर्माण कर रही हैं.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिनके लिए पूरा देश एक परिवार है, सभी परिवार उनका परिवार है मैं उनको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने कहा कि अपने लिए तो सभी जीते हैं, लेकिन जीता वास्तव में वो है, जो देश के लिए जीता है, समाज के लिए जीता है, लोगों के लिए जीता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरा जीवन देश के लिए है.
शिवराज सिंह चौहान
उन्होंने कहा कि उत्पादन की लागत घटाने के काम भी कर रहे हैं. वहीं उत्पादन की अच्छी कीमत देने के लिए, जैसे अभी पिछले दिनों हमने तय किया कि विदेशों से जो खाद्य तेल आयात हो रहा था, उस पर इंपोर्ट ड्यूटी थी, खाद्य तेलों पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दी जाएगी और बाकी सेस मिलाकर जो इफेक्टिव होगी वो साढ़े 27 प्रतिशत होगी, इससे किसानों को फायदा होगा. उन्होंने साथ ही कहा कि अगर खेती का नुकसान हो जाएगा, तो उसके लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भी सरकार लेकर आयी है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गरीबों को लेकर भी इस सरकार में बड़े काम हुए हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई बिना पक्की छत के नहीं रहेगा. तीन करोड़ घर गरीबों के लिए बनेंगे. दो करोड़ घर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वीकृत हो गए. एक करोड़ शहरी क्षेत्र में बनेंगे. उनमें से लाखों घरों का ग्रामीण क्षेत्र में पैसा भी गरीबों के खाते में डाला जा रहा है. 100 दिन पूरे नहीं हुए और सरकार गरीबों के खाते में मकान बनाने की पहली किस्त डाल रही है. एक भी गरीब ऐसा नहीं रहेगा, जिसका मकान पक्का ना बने.
शिवराज सिंह चौहान
केंद्रीय मंत्री ने विदेश नीति पर कहा कि आज भारत किसी का पिछलग्गू नहीं है. भारत आज विश्व बंधु है. वो देश जहां भारत का कोई प्रधानमंत्री नहीं गया, वहां नरेंद्र मोदी जाते हैं. उस देश से मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित करते हैं. जो हमारे देश के साथ-साथ उस देश के लिए भी उपयोगी होता है. आज सारा विश्व भारत का मित्र है और प्रधानमंत्री ने, भारत की जो सोच है कि प्राणियों में सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो, तो विश्व के कल्याण की दृष्टि से भी उनके कदम उठ रहे हैं.