एमके स्‍टालिन की सामाजिक न्‍याय बैठक 2024 से पहले विपक्ष को ला पाएगी साथ?

तमिलनाडु के मुख्‍यमंत्री और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन की यह कोशिश कांग्रेस के राहुल गांधी को संसद से अयोग्य ठहराए जाने के बाद ऐसी पहली कोशिश है, जिसके जरिए विपक्ष साथ आता नजर आ रहा है. 

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
एमके स्‍टालिन हाल ही में विपक्षी एकता को बढ़ावा देने वाले वार्ताकार के रूप में उभरे हैं. (फाइल)
चेन्नई :

देश में अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियों को लगातार एक करने की कोशिशें की जा रही हैं. ऐसे में तमिलनाडु के मुख्‍यमंत्री और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन विपक्षी एकता को बढ़ावा देने वाले वार्ताकार के रूप में उभरे हैं. स्टालिन आज विपक्ष की बैठक का आयोजन कर रहे हैं, जिसमें विपक्षी पार्टियों के प्रमुख नेता शामिल हो रहे हैं. ज्यादातर नेता ऑनलाइन जुड़ चुके हैं. डीएमके ने बैठक के राजनीतिक दृष्टिकोण को लेकर इनकार किया है और कहा है कि यह सामाजिक न्याय आंदोलन को आगे ले जाने की कोशिश है. 

सामाजिक न्याय पर दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और अखिलेश यादव, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, तृणमूल के डेरेक ओ ब्रायन, वाम दलों के नेता सीताराम येचुरी और डी राजा भाग ले रहे हैं. अन्य विपक्षी दलों में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी, तेलंगाना की भारत राष्ट्र समिति, शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी भी इसमें शामिल है. 

कांग्रेस के राहुल गांधी को संसद से अयोग्य ठहराए जाने के बाद यह पहली ऐसी कोशिश है, जिसके जरिए विपक्ष साथ आता नजर आ रहा है. 

हाल ही में डीएमके ने एक रैली का आयोजन किया था, जिसमें मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के 70वें जन्मदिन पर कई विपक्षी नेता एक साथ आए थे. 

ये भी पढ़ें :

* "यदि कांग्रेस नेतृत्व का हिस्सा होता...": शशि थरूर ने बताया कि वे 2024 में क्या करते
* राहुल गांधी की सजा पर तेजस्वी ने कहा - अब लड़ने का है समय, विपक्षी एकता का आह्वान किया
* "कभी नहीं कहा कौन नेतृत्व करेगा": विपक्षी एकता को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष खरगे का बड़ा बयान

Featured Video Of The Day
Jhansi College Fire: 18 शिशुओं के इलाज की क्षमता फिर भी 50 नवजात थे एडमिट, NDTV का Reality Check
Topics mentioned in this article