- मंगलवार को क्लाउडफेयर में हुए बड़े आउटेज के कारण एक्स समेत कई प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म डाउन रहे.
- क्लाउडफेयर ने आउटेज की पुष्टि की है और इसकी जांच में जुटा हुआ है, असर का पूरा आंकलन अभी बाकी है.
- आउटेज के चलते क्लाउडफेयर के डैशबोर्ड और एपीआई में व्यापक तकनीकी समस्याएं देखी गईं.
मंगलवार को सोशल मीडिया साइट X समेत ओपेन AI से लेकर जेमिनी, पेप्लेक्सिटी, उबर और कैनवा तक कई प्लेटफॉर्म डाउन रहे. इसकी वजह थी साइबर सिक्योरिटी कंपनी क्लाउडफेयर में हुआ बड़ा आउटेज और इसकी वजह से सोशल मीडिया यूजर्स को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इस आउटेज की वजह से कुल कितनी वेबसाइट्स पर असर पड़ा इसकी जानकारी फिलहाल नहीं मिल सकी है लेकिन क्लाउडफेयर की तरफ से एक बयान जारी किया गया है.
क्लाउडफेयर कर रहा जांच
जो बयान क्लाउडफेयर की तरफ से जारी किया गया है, उसमें उसने आउटेज की बात को माना है. लेकिन यह भी कहा है कि इसका असर कहां तक हुआ है, इसे समझने में अभी थोड़ा समय लगेगा और इस तरफ काम जारी है. बयान के अनुसार, 'क्लाउडफेयर को एक ऐसी समस्या के बारे में पता लगा है और उसकी जांच शुरू कर दी गई है जो कई कस्टमर्स को प्रभावित करती है: बड़े पैमाने पर 500 एरर हैं, क्लाउडफेय डैशबोर्ड और एपीआई भी असफल हो रहे हैं.'
3000 से ज्यादा शिकायतें
एक एक्स यूजर ने इस बारे में बताया है और कहा एक्स के अलावा दूसरे प्लेटफॉर्म की तरह, एक्स पर सेवाएं भी आउटेज की वजह से प्रभावित हुई हैं. हालाँकि कुछ लोगों के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कुछ समय के लिए बहाल कर दिया गया लेकिन कई यूजर्स अभी भी गड़बड़ियों की रिपोर्ट कर रहे हैं. डाउनडिटेक्टर के अनुसार, क्लाउडफेयर के बारे में कंप्लेंट्स शाम 5:37 बजे चरम पर थीं और भारत में 3,000 से ज्यादा दर्ज हुई थीं.
क्या है क्लाउडफेयर
क्लाउडफ्लेयर, एक ऐसी कंपनी जो आमतौर पर इंटरनेट को सही तरीके से चलाने के लिए बीहाइंड द सीन काम करती है. एक रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार की सुबह एक बड़े आउटेज के बाद दुनिया की कुछ सबसे बड़ी वेबसाइटों तक एक्सेस ब्लॉक हो गया. एक रिपोर्ट के अनुसार, यह कंपनी अमेजन वेब सर्विसेज जैसे वेब-इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स के एक बड़े ग्रुप का हिस्सा है, जो वेबसाइटों को यूजर्स तक पेज पहुंचाने में मदद करते हैं.
इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादातर समय उनके काम पर किसी का ध्यान नहीं जाता, लेकिन जब कोई फॉल्ट होता है तो तुरंत ही उनकी गैरमौजूदगी नजर आने लगती है. क्लाउडफ्लेयर खुद को 'दुनिया के सबसे बड़े नेटवर्कों में से एक' बताता है, जो 'लाखों इंटरनेट प्रॉपर्टीज को ऑपरेट' करता है. इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, इसके इक्विपमेंट्स बिजनेस, एनजीओ, ब्लॉगर्स और ऑनलाइन प्रजेंस रखने वाले किसी भी शख्स को तेज और ज्यादा सिक्योर वेबसाइट और ऐप चलाने में मदद करते हैं.













