कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर अपने बयानों को लेकर एक बार फिर विवादों में हैं. इस बार उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को लेकर बयान देते हुए उनकी शैक्षणिक योग्यता पर निशाना साधा है. अय्यर ने कहा कि दो बार फेल होने के बावजूद उन्हें पीएम बनाया गया, यह आश्चर्य सा लगता है. अय्यर के बयान पर कांग्रेस नेताओं ने आपत्ति जताई है. वहीं बीजेपी नेता अमित मालवीय ने एक्स पर वीडियो शेय़र कर निशाना साधा है .
मणिशंकर अय्यर ने क्या कहा है?
अय्यर ने कहा कि दो बार फेल होने के बावजूद राजीव गांधी को पीएम बनाया गया, यह आश्चर्य सा लगता है. अय्यर के बयान पर कांग्रेस नेताओं ने आपत्ति जताई है. वहीं बीजेपी नेता अमित मालवीय ने एक्स पर वीडियो शेय़र कर निशाना साधा है .
एक साक्षात्कार में अय्यर ने राजीव गांधी के शैक्षणिक प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने, तो मैंने सोचा कि एक व्यक्ति जो एयरलाइन पायलट था और दो बार असफल रहा, वह प्रधानमंत्री कैसे बन सकता है? मैंने उनके साथ कैम्ब्रिज में पढ़ाई की, जहां वे असफल रहे. इसके बाद वे इंपीरियल कॉलेज लंदन गए, वहां भी वे फेल हो गए. पूर्व कांग्रेस नेता ने कहा कि कैम्ब्रिज में फेल होना बहुत मुश्किल है, क्योंकि वहां विश्वविद्यालय अपनी छवि खराब नहीं होने देता, फिर भी वे पास नहीं हो सके. कई लोगों ने सवाल उठाया कि ऐसे शैक्षणिक रिकॉर्ड वाला व्यक्ति प्रधानमंत्री कैसे बन सकता है.
कांग्रेस ने बयान को बताया बेतुका
मणिशंकर अय्यर द्वारा पूर्व पीएम को लेकर दिए बयान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने न्यूज एजेंसी से बातचीत करते हुए अय्यर के बयान को बेतुका बताया. उन्होंने कहा, "मैंने उनकी स्टेटमेंट नहीं देखी है. अगर उन्होंने यह बयान दिया है तो यह गलत है. राजीव गांधी देश के महान नेता थे. बहुत कम समय में नाम कमाया. विदेश जाते थे तो उनकी कदर होती थी. अय्यर राजीव गांधी के साथ रहे, उनके साथ काम किया. कभी खुद को राजीव गांधी का करीबी कहने पर नाज करते थे. उनसे यह उम्मीद नहीं थी कि वह इस तरह की बात करेंगे. दुनिया जानती है कि राजीव गांधी ने देश के लिए क्या क्या पहल की और कैसे वह सब में सफल हुए.
अशोक गहलोत का पलटवार
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के राजीव गांधी को लेकर दिए गए बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. गहलोत ने कहा कि यह समझ से परे है कि कांग्रेस का कोई नेता इस तरह की बातें बोल सकता है. गहलोत ने कहा, “राजीव गांधी किस क्लास में पास हुए या नहीं हुए, इसका कोई संबंध नहीं है. यह पूरी तरह से हताशा (फ्रस्ट्रेशन) की पराकाष्ठा है, तभी इस तरह के बयान दिए जा रहे हैं.” उन्होंने राजीव गांधी के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि उनके समय में जो महत्वपूर्ण कानून पास हुए, वे हमेशा देश के लिए याद रखे जाएंगे.
ये भी पढ़ें-: