शिवसेना के विधायक कैलाश पाटिल ने बागी एकनाथ शिंदे गुट पर दबाव डालकर समर्थन के लेटर पर दस्तखत कराने का आरोप लगाया है. एनडीटीवी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा मेरे साथ भी करने की कोशिश की गई लेकिन मैं बैरिकेड से भागकर दूर आ गया. पाटिल ने कहा, "कुछ लोग दबाव में आकर दस्तखत कर रहे हैं. सीएम जो भी निर्णय ले रहे हैं हम उनके साथ हैं."उस्मानाबाद विधानसभा सीट से विधायक कैलाश पाटिल ने इससे पहले कहा था कि उन्हें विधायकों के साथ सूरत ले जाया रहा था लेकिन वे भाग लिए. वे कई किलोमीटर तक चल और बाद में एक दोपहिया वाहन और ट्रक की सवारी करते हुए किसी तरह मुंबई पहुंचे थे.
गौरतलब है कि शुक्रवार को पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में सीएम उद्धव ठाकरे ने पार्टी के अब तक के संघर्ष को लेकर भावुक संबोधन देते हुए कहा, "आप पेड़ के फूल फल और टहनी ले जा सकते हैं लेकिन जड़े नहीं नहीं तोड़ सकते.” उन्होंने कहा,”मर जाएँगे फिर भी शिवसेना नहीं छोड़ेंगे, ये कहने वाले आज भाग गये.”इस बीच शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट को आज एक और झटका लगा जब पार्टी का एक और विधायक गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे गुट से जुड़1 गया. शिंदे गुट के पास अब 37 से अधिक शिवसेना विधायकों का समर्थन हो गया है जो दलबदल विरोध कानून की जद में जाए बगैर पार्टी को विभाजित करने के लिहाज से पर्याप्त है.
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