शिवसेना (Shivsena) नेता और महाराष्ट्र कैबिनेट के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के बागी होने के बाद राज्य में आया सियासी संकट दिन पर दिन गहराता जा रहा है. अब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के सामने मौजूदा महाविकास अघाड़ी (Mahavikas Aghadi) सरकार को बचाने के साथ-साथ पार्टी को बचाने की भी चुनौती है. इसी बीच संजय राउत के नेतृत्व में शिवसेना के नेताओं ने विद्रोहियों पर तीखा हमला बोला, जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के नेताओं के साथ बंद दरवाजे में बैठक की. शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने लगातार दूसरे दिन मुंबई और पुणे समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में बागियों के खिलाफ प्रदर्शन किया. शरद पवार ने राकांपा के नेताओं, कांग्रेस के मंत्रियों बालासाहेब थोराट व अशोक चव्हाण और शिवसेना के अनिल परब व अनिल देसाई से मुलाकात की और छह दिन पहले हुए विद्रोह के राजनीतिक परिणामों पर चर्चा की.
Here Are The Live Updates On Maharashtra Political Crisis :
बागी विधायकों ने गुवाहाटी में अपने साथी विधायक नरेंद्र भोंडेकर का जन्मदिन मनाया. इस दौरान विधायकों ने एक वीडियो भी साझा किया है जिसमें नरेंद्र भोंडेकर केक काटते दिख रहे हैं.
शिवसेना से बगावत करने वाले वैसे विधायक जो मंत्री पद पर हैं, उनकी मंत्री पद जा सकती है. सूत्रों की मानें तो सीएम उद्धव ठाकरे उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो एकनाथ शिंदे, दादा भुसे, गुलाबराव पाटिल, अब्दुल सत्तार और शंबुराजे देसाई की पद जाएगी. ये देखते हुए एकनाथ शिंदे गुट ने कानूनी पहलुओं को अंतिम रूप देने के लिए अहम बैठक शुरू कर दी है.
इधर, शिंदे के समर्थकों ने महाराष्ट्र के ठाणे में उद्धव ठाकरे के समर्थन में लगाए गए पोस्टरों पर काला पेंट कर दिया है.
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पुणे में शिवसेना के बागी विधायकों के खिलाफ 'जूता मारो आंदोलन' की शुरुआत की है. शिवसेना नेता और महाराष्ट्र कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री एकनाथ शिंदे के बागी होने के बाद राज्य में आए सियासी संकट से नाराज उद्धव समर्थकों ने उक्त आंदोलन की शुरुआत की है.
महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक के बीच शिवसेना के बागी विधायक सदा सरवनकर के दादर स्थित घर के बाहर सीआरपीएफ के जवान तैनात किए गए हैं. सरवनकर एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी के होटल में हैं. जबकि उनका बेटा जो नगरसेवक हैं, वो दादर में घर पर हैं.
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच शिवसेना ने महाविकास अघाड़ी में शामिल एनसीपी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की. शिवसेना की ओर से पहुंचे सांसद अनिल देसाई ने बताया कि शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में क्या हुआ, क्या निर्णय और प्रस्ताव पारित हुए और बागी विधायकों को लेकर शिवसेना ने क्या रुख अपनाया?
शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में क्या हुआ, क्या निर्णय और प्रस्ताव पारित हुए और बागी विधायकों को लेकर शिवसेना ने क्या रुख अपनाया? इससे संबंधित पूरी जानकारी शिवसेना सांसद अनिल देसाई एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को देंगे.
शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने शनिवार को कहा कि वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे की बगावत से पार्टी में पैदा हुआ मौजूदा राजनीतिक संकट ''सच्चाई और झूठ'' के बीच की लड़ाई है. शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल होने के बाद ठाकरे ने पत्रकारों से कहा, ''हम जीतेंगे और सच्चाई की जीत होगी. यह सच और झूठ के बीच की लड़ाई है.''
महाराष्ट्र में जारी सत्ता की लड़ाई के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने पार्टी के बागी विधायकों पर तंज कसा है. बगावत के सूत्रधार एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी के होटल में डेरा डाले विधायकों पर उन्होंने तंज कसते हुए ट्वीट कर कहा, "कब तक छीपोगे गोहातीमे, आना हि पडेगा.. चौपाटीमे.."
शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने शनिवार को एक प्रस्ताव पारित कर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को "पार्टी से विश्वासघात करने वालों" के खिलाफ कार्रवाई के लिए अधिकृत किया, लेकिन बागी नेता एकनाथ शिंदे के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने से परहेज किया.
शनिवार को बागी गुट ने नई पार्टी बनाने की कवायद शुरू कर दी है. नई पार्टी का नाम 'शिवसेना बालासाहेब ठाकरे' हो सकता है. हालांकि, शिवसेना के उद्धव खेमे ने इस पर आपत्ति जताई है और कहा कि बागी किसी भी तरह उनकी पहचान का इस्तेमाल नहीं कर सकते. ये मामला चुनाव आयोग तक पहुंच गया है.
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच बागी नेता एकनाथ शिंदे की पूर्व मुख्यंमत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलने की चर्चा है. सूत्रों की मानें तो शनिवार को वे गुवाहाटी से वे प्राइवेट जेट से वड़ोदरा पहुंचे और बीजेपी नेता से मुलाकात कर नई सरकार के गठन के संबंध में चर्चा की. फिर वापस उसी होटल में आ गए, जहां बागी विधायकों के साथ उन्होंने डेरा डाला हुआ है.