कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर पर रविवार रात को कांग्रेस नेताओं की एक बैठक हुई. सूत्रों के अनुसार इस बैठक में महाराष्ट्र राज्य के नेताओं ने शिवसेना ठाकरे समूह के रुख पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है. पार्टी नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से कहा कि सीट बंटवारे में उद्धव ठाकरे की पार्टी सहयोग नहीं कर रही है. विदर्भ की 12 सीटों को शिवसेना ठाकरे समूह के लिए नहीं छोड़ना चाहिए. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से राज्य के कांग्रेस नेताओं ने मांग की कि लोकसभा चुनाव के बाद से प्रदेश में कांग्रेस का कैडर सक्रिय हो गया है और कई सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार चुनकर आ सकते हैं. इसलिए विदर्भ की 12 सीटों को शिवसेना ठाकरे को ना दिया जाए.
एनसीपी से सीटें क्यों नहीं मांगीं?
कांग्रेस के नेताओं ने सवाल उठाया कि उद्धव ठाकरे कांग्रेस से सीट क्यों मांग रहे हैं? एनसीपी से सीटें क्यों नहीं मांगीं? शिवसेना कांग्रेस को घेर रही है. क्या कांग्रेस को सिर्फ अघाड़ी धर्म का पालन करना चाहिए? कांग्रेस नेताओं ने साफ किया कि शिवसेना को अपना अड़ियल रुख छोड़ देना चाहिए.
सूत्रों के अनुसार नेताओं ने बैठक के दौरान कहा कि शिवसेना ठाकरे गुट की भूमिका सांगली सीट के समान है, इसलिए वरिष्ठों को इस बारे में सोचना चाहिए. सांगली में बिना पूछे ठाकरे लोकसभा उम्मीदवार घोषित किया था. लेकिन वहां से अपक्ष लड़ रहे कांग्रेस ने यह सीट जीती.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम तय करने को लेकर कांग्रेस के पैनल ने पिछले हफ्ते सीईसी के विचार के लिए 62 नामों को मंजूरी दी थी. पार्टी ने नांदेड़ संसदीय सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए वसंतराव चव्हाण के बेटे रवींद्र चव्हाण को उम्मीदवार बनाया है. वसंतराव चव्हाण का इस साल अगस्त में निधन हो गया था. इस कारण नांदेड़ संसदीय क्षेत्र में उपचुनाव होना है.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के बीच तनाव के मद्देनजर कांग्रेस के राज्य प्रभारी रमेश चेन्निथला ने शनिवार को शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राकांपा (एसपी) के सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात की थी.
बता दें कि महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए 20 नवंबर को एक चरण में मतदान होगा. जबकि वोटों की गिनती 23 नवंबर को होनी है.