कुंभ की कुंजी: महाकुंभ में अगर तबीयत बिगड़ गई तो कहां होगा इलाज? जानें सब कुछ

मेला के दौरान यहां 24 घंटे डॉक्टरों की तैनाती रहेगी, जहां अनलिमिटेड ओपीडी की क्षमता के हिसाब से सुविधाएं मौजूद रहेंगी. अस्पताल में मेल, फीमेल और चिल्ड्रेन वार्ड अलग-अलग तैयार किए गए हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
महाकुंभ मेला के दौरान यहां 24 घंटे डॉक्टरों की तैनाती रहेगी.
प्रयागराज:

प्रयागराज में संगम के पावन तट पर 13 जनवरी 2025 से शुरू हो रहे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ में करोड़ों लोग आस्था की डुबकी लगाने के लिए जुटने वाले हैं. योगी सरकार की ओर से इन श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के साथ ही उनके स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है. अगर आपकी तबीयत महाकुंभ में खराब हो जाती है, तो आपको डरने की जरूरत नहीं है. क्योंकि यहां पर अस्पताल की व्यवस्था की गई है. आज कुंभ की कुंजी में हम आपको महाकुंभ में मिलने वाली स्वास्थ्य व्यवस्था की जानकारी देने जा रहे हैं.

परेड ग्राउंड में बना है अस्पताल

महाकुंभ में श्रद्धालुओं से लेकर महात्माओं तक के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की बड़े पैमाने पर तैनाती की जा रही है. इसी क्रम में महाकुंभ नगर के परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल बनकर लगभग तैयार हो चुका है जिसमें 10 बेड का आईसीयू भी है. यहां पर आपात स्थितियों में हर तरह की आवश्यक चिकित्सा उपलब्ध कराई जाएगी.इसके लिए सभी जरूरी मशीनें स्थापित कर ली गई हैं.

दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अंदाजा है. श्रद्धालुओं के लिए  बेहतर चिकित्सीय सुविधा के इतंजाम यहां तेजी से किए जा रहे हैं.

मेला के दौरान यहां 24 घंटे डॉक्टरों की तैनाती रहेगी, जहां अनलिमिटेड ओपीडी की क्षमता के हिसाब से सुविधाएं मौजूद रहेंगी. अस्पताल में मेल, फीमेल और चिल्ड्रेन वार्ड अलग-अलग तैयार किए गए हैं. इसके अतिरिक्त डिलीवरी रूम, इमरजेंसी वार्ड और डॉक्टर्स रूम भी बन रहे हैं. चिकित्सा जांच के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है. ओपीडी के साथ ही एक्सरे, अल्ट्रासाउंड और ईसीजी रूम को भी तैयार कर लिया गया है.

केंद्रीय अस्पताल के साथ ही अरैल और झूंसी में 25 बेड के दो अस्पताल समेत विशेष सुविधाओं वाले 20-20 बेड के आठ छोटे अस्पताल भी श्रद्धालुओं की देखभाल के लिए तैयार हो रहे हैं. इसके अतिरिक्त संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए भी दो अस्पतालों का इंतजाम किया गया है, जहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी.

अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस ‘भीष्म क्यूब'

संगम की रेती पर लगने वाले महाकुंभ मेले में आपात स्थितियों से निपटने के लिए पहली बार ‘भीष्म क्यूब' का इस्तेमाल किया जाएगा. ‘भीष्म क्यूब' अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस एक चलता-फिरता अस्पताल है. हर भीष्म क्यूब में एक साथ 200 लोगों का इलाज किया जा सकता है. इस चलते-फिरते अस्पताल में रोग निदान, सर्जरी और स्वास्थ्य देखभाल से जुड़ी सभी सुविधाएं मौजूद हैं.

आंखों की जांच की सुविधा

महाकुंभ के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं के नेत्रों (आंखों) के स्वास्थ्य को लेकर भी 'नेत्र कुंभ' की स्थापना की जा रही है। 9 एकड़ में बन रहे इस 'नेत्र कुंभ' में पहली बार एक साथ 5 लाख से ज्यादा लोगों की आंखों की जांच और 3 लाख चश्मों के वितरण का दावा किया जा रहा है.

Advertisement

इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यहां जांच कराने वाले ऐसे नेत्र रोगियों को जिन्हें ऑपरेशन की आवश्यकता है, उन्हें उनके घर के पास स्थित नेत्र चिकित्सालय में निशुल्क ऑपरेशन की सुविधा प्रदान की जाएगी. (भाषा और IANS के इनपुट के साथ)

ये भी पढ़ें- NDTV कुंभ की कुंजी: क्या आप भी जा रहे हैं प्रयागराज, कैसे जाएं, कहां ठहरे, हर जानकारी

Advertisement
Featured Video Of The Day
India’s Agni-5 Missile Test: ट्रेन से मिसाइल लॉन्च! | Syed Suhail | Bharat Ki Baat Batata Hoon