केंद्रीय जांच ब्यूरो ने लगभग 1530.99 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी से संबंधित एक मामले की चल रही जांच के तहत लुधियाना स्थित मेसर्स एसईएल टेक्सटाइल्स लिमिटेड नाम की एक निजी कंपनी के निदेशक नीरज सलूजा को गिरफ्तार किया है.
सीबीआई ने लुधियाना स्थित निजी कंपनी और उसके निदेशकों सहित अन्य के खिलाफ साल 2020 में आठ अगस्त को मामला दर्ज किया था. बैंक धोखाधड़ी का आरोप अज्ञात लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों पर है. यह आरोप लगाया गया था कि निजी कंपनी और उसके निदेशकों सहित आरोपियों ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व में 10 बैंकों के संघ को धोखा दिया, जिससे 1530.99 करोड़ (लगभग) रुपये की धोखाधड़ी हुई.
मामले में यह आरोप लगाया गया कि बड़ी मात्रा में बैंक ऋण आरोपी द्वारा संबंधित पक्षों को डायवर्ट किए गए और बाद में समायोजन प्रविष्टियां की गईं. यह भी आरोप लगाया गया कि आरोपी ने गैर-प्रतिष्ठित आपूर्तिकर्ताओं से मशीनरी की खरीद को दिखाया और इस तरह बिलों का अधिक चालान किया.
सीसी लिमिट यानी स्टॉक, तैयार माल आदि के खिलाफ प्राथमिक सुरक्षा की भारी राशि को आरोपी द्वारा कथित रूप से बैंक के पैसे का दुरुपयोग करने के लिए निपटाया गया था क्योंकि बेचे गए माल की बिक्री की आय बैंक के पास जमा नहीं की गई थी. लुधियाना (पंजाब) में स्थित उक्त निजी कंपनी और मलौत, नवांशहर (पंजाब), नेमराना (राजस्थान) और हांसी (हरियाणा) में इसकी इकाइयाँ हैं, जो यार्न, फैब्रिक आदि के निर्माण के व्यवसाय में थीं.
आरोपी के परिसरों में 14 अगस्त 2020 को तलाशी ली गई थी, जिसमें कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए थे. आरोपियों के खिलाफ एलओसी जारी कर गई है. जांच के दौरान सीबीआई ने कई लोगों से पूछताछ की थी. उक्त निदेशक को जांच के दौरान अपने उत्तरों में टालमटोल करते पाया गया. गिरफ्तार आरोपी को कल मोहाली (पंजाब) की सक्षम अदालत में पेश किया जाएगा.
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