मध्य प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है और राज्य के इंदौर संसदीय क्षेत्र में पार्टी के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. इस सीट पर अक्षय कांति बम और बीजेपी के उम्मीदवार शंकर लालवानी के बीच मुकाबला होना था, मगर सोमवार को अक्षय ने निर्वाचन कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन वापस ले लिया. कहा जा रहा है कि वो कुछ ही देर में बीजेपी की सदस्यता ले सकते हैं.
"हमें दुख है...": नामांकन वापस लेने पर कांग्रेस
अक्षय कांति के इस कदम पर स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने निराशा व्यक्त की है और चुनाव बाम को टिकट देने के पार्टी आलाकमान के फैसले पर सवाल उठाए हैं. इंदौर शहर कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने एनडीटीवी से कहा "मैंने अपनी पार्टी के नेताओं को अक्षय बम के बारे में चेतावनी दी थी. मैंने चेतावनी दी थी कि वह अपना नामांकन वापस ले लेंगे. हमें दुख है कि हमारे जैसे पार्टी कार्यकर्ता वर्षों से कांग्रेस की सेवा कर रहे हैं, फिर भी उनके जैसे लोगों को टिकट दिया गया."
बीजेपी ने अक्षय कांति का किया स्वागत
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने एक्स पर लिखा, इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय बम का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री मोहन यादव व प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा के नेतृत्व में बीजेपी में स्वागत है.
बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में इंदौर में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था. इंदौर में किसी सीट पर कांग्रेस को जीत नहीं मिली थी. इससे पहले सूरत सीट पर भी ऐसा ही कुछ हुआ था, जहां बीजेपी उम्मीदवार को निर्विरोध जीत मिल गई थी.
कौन हैं अक्षय कांति बम
बम पेशे से कारोबारी हैं और उनका परिवार शहर में निजी महाविद्यालयों का संचालन करता है. वह जैन समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. इस समुदाय के इंदौर लोकसभा क्षेत्र में करीब दो लाख मतदाता हैं. बम ने अपने राजनीतिक करियर में अब तक एक भी चुनाव नहीं लड़ा है. बम ने 2023 के विधानसभा चुनावों में इंदौर-4 सीट से टिकट की दावेदारी की थी, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया था.
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