नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए शुक्रवार सुबह 9 बजे बड़ी घोषणा की. गुरुनानक जयंती के पर्व पर प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार तीनों कृषि कानून वापस ले रही है. यह वही कानून हैं जिन्हें वापस लेने की मांग करते हुए देशभर के किसान पिछले साल से ही आंदोलन कर रहे थे और अपनी बात मनवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचे थे. पीएम मोदी ने किसानों से अपील की कि अब वे अपने घरों को लौट जाएं, खेतों में जाएं.
पीएम ने कहा कि 'हम अच्छे इरादों के साथ कृषि कानूनों में लाए थे, लेकिन हम किसानों को समझाने में असफल रहे हैं. उनमें से एक वर्ग कानूनों का विरोध करता रहा है. हमनें उन्हें भी शिक्षित करने और सूचित करने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहे. हमने किसानों को समझाने की पूरी कोशिश की. हम भी कानूनों को संशोधित या निलंबित करने के लिए भी तैयार थे. मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा. इसे देखते हुए हम कृषि कानूनों को निरस्त कर रहे हैं. हम किसानों से अपील करते हैं कि गुरु पूरब के इस पावन दिन अपने घरों को लौटें, अपने खेतों में जाएं.'
पीएम मोदी की इस घोषणा के बाद चारों ओर से इसपर प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं. आप यहां इस पूरी खबर पर लाइव अपडेट्स देख सकते हैं.
Here are the LIVE Updates on Repeal of Three Farm Laws:
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एनडीटीवी से बातचीत करते हुए कहा कि वे सरकार के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने यह फैसला लिया, हालांकि यह फैसल बहुत पहले ही ले लिया जाना चाहिए था.
अमित शाह कह चुके हैं कि 2024 में अगर मोदी को फिर पीएम बनाना है तो यूपी में 2022 में योगी को जिताना जरूरी है, लेकिन किसान आंदोलन के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी को नुकसान की आशंका थी. लखीमपुर खीरी की घटना ने भी बीजेपी का नुकसान किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की है. पीएम ने गुरुपर्व के मौके पर यह घोषणा करते हुए आंदोलन कर रहे किसानों से अपील की कि वो आंदोलन खत्म कर अपने घरों को लौट जाएं. पीएम ने यह भी बताया कि सरकार संसद के आने वाले शीतकालीन सत्र में इन कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया पूरी कर लेगी.