CBI करे लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच, वकीलों ने CJI को लिखी चिट्ठी

लखीमपुर खीरी मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. SC ने इस मामले मामले को लेकर प्रधान न्‍यायाधीश (CJI) को चिट्ठी लिखी है. वकील शिवकुमार त्रिपाठी और सीएस पांडा ने चीफ जस्टिस एनवी रमना को पत्र लिखा है.

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लखीमपुर घटना की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई से कराने की मांग की गई है
नई दिल्‍ली:

Lakhimpur Kheri violence: लखीमपुर खीरी मामला (Lakhimpur Kheri violence) सुप्रीम कोर्ट  (Supreme Court) पहुंच गया है. SC ने इस मामले मामले को लेकर प्रधान न्‍यायाधीश (CJI) को चिट्ठी लिखी है. वकील शिवकुमार त्रिपाठी और सीएस पांडा ने चीफ जस्टिस एनवी रमना को पत्र लिखा है, इसमें  इन दोनों वकीलों ने इस घटना की न्यायिक जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई से कराने की अपील की है. चिट्ठी में लिखा है कि मीडिया रिपोर्ट्स में भी कहा गया है कि अपनी मांगों को लेकर किसानों का प्रदर्शन शांतिपूर्ण था लेकिन प्रदर्शन पर ऐसी कार्रवाई करना मानवाधिकारों का भी हनन है जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर भी आघात है.

लेटर में अपील की गई है कि पूरी घटना की FIR  दर्ज हो और आरोपी मंत्री पुत्र को भी सजा मिले . साथ ही इस मामले में दोषी अधिकारियों और घटना में शामिल मंत्री और उनके रिश्तेदारों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए.याचिका में कहा गया है कम कोर्ट समयबद्ध जांच का आदेश दे, सीबीआई जैसी एजेंसी को भी जांच में शामिल किया जाए और मामले की अपनी निगरानी में उच्च स्तरीय जांच कराए. इसके अलावा केंद्रीय गृहमंत्रालय को FIR दर्ज करने के आदेश जारी किए जाएं. साथ ही इस बर्बर घटना में शामिल मंत्री पर कार्यवाही हो.

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