कुवैत में बेटा, बिहार में बेबस मां, आंसू कैसे छिपाए और जाए तो कहां जाए. कुवैत में हुए अग्निकांड (Kuwait Building Fire) से न जाने कितने ही घरों के दीपक बुझ गए. बिहार (Bihar) में बैठी एक मां भी इस हादसे की खबर से बेचैन हो उठी है. क्या सुबह और क्या शाम, उसकी जुबान पर एक ही नाम है, मेरा बेटा कहां है. बेचौनी हो भी क्यों न, जब बेटा उसी बिल्डिंग में रह रहा था, जो जलकर राख हो गई. बेबस मां को अपने लाड़ले की चिंता सता रही है. वह कुवैत में रह रहे अपने जिगर के टुकड़े को लगातार फोन कर रही है. लेकिन उससे बात नहीं हो पा रही है. बेबस मां को अब ये तक नहीं पता कि उसका बेटा कहां है और सुरक्षित है भी या नहीं. बेटे की अगले महीने यानी कि जुलाई में शादी होने वाली थी.
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अगले महीने शादी, बेटा कुवैत में लापता
दरभंगा में रहने वाली मदीना खातून का कहना है कि उनका बड़ा बेटा कालू खान कुवैत की उसी इमारत में रह रहा था. वह जल्द ही शादी के लिए घर लौटने वाला था. उसकी शादी जुलाई में होनी थी. मीडिया से बात करते हुए महिला ने कहा कि "मैंने मंगलवार रात करीब 11 बजे उनसे फोन पर बात की. उसने मुझसे कहा कि वह 5 जुलाई को दरभंगा आएंगा, क्यों कि अगले महीने उसकी शादी होनी है."
आग लगी, उसी बिल्डिंग में रहता था कालू खान
मदीना खातून ने बताया कि उनका बेटा कई सालों से कुवैत में रह रहा था. गांववालों का कहना है कि मदीना का बेटा कुवैत में मजदूरी करता था. जैसे ही महिला को ये पता चला कि कुवैत की उसी इमारत में आग लग गई. जहां उसका बेटा रहता था, वह घबरा गई और बेटे को फोन करना शुरू कर दिया. मां को बेटे कालू खान के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी है. गमगीन मां का कहना है, "वह मेरी कॉल का जवाब नहीं दे रहा है. हमें उसके ठिकाने के बारे में कुछ भी पता नहीं है." मदीना का कहना है कि उसके बेटे के साथ हुआ क्या है, वह ये नहीं जानती.
बेटे से नहीं हो पा रही बात, मां परेशान
कालू खान की मां मदीना ने रोते हुए कहा, "वह मेरा सबसे बड़ा बेटा है. इस मामले में संबंधित अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन हमारे सभी कोशिशें बेकार रहीं. बेटे की फोटो दूतावास के अधिकारियों को भेज दी हैं. अब अपडेट का इंतजार है. जिला प्रशासन के भी संपर्क में हैं." रोती हुई मां सिर्फ इतना ही कह सकी, "ऊपर वाले से इंतज़ा है कि मुझे मेरे बेटे के बारे में कुछ अच्छी खबर मिले."
कुवैत बिल्डिंग में आग लगने से 40 भारतीयों की मौत
बता दें कि 12 जून को कुवैत की एक इमारत में भीषण ग लग गई थी. इस इमारत में भारतीय मजदूर रह रहे थे. इस हादसे में 49 लोगों की जान चली गई, जिनमें 40 भारतीय भी शामिल हैं. कुवैती अधिकारियों के मुताबिक आग, आग दक्षिणी शहर मंगफ़ की एक इमारत में लगी. इस हादसे में 50 लोग घायल भी हुए हैं.