उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ एक तरफ नए-नए रिकॉर्ड बना रहा है, तो वहीं विपक्ष के कई नेता इस आयोजन को लेकर अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में आ रहे हैं. ममता बनर्जी हों या लालू प्रसाद, अखिलेश यादव हों या शिवपाल यादव, सभी महाकुंभ को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं. हालांकि लगातार श्रद्धालु लाखों की तदाद में प्रयागराज पहुंच रहे हैं. अब तक 50 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में डुबकी लगाई है.
हालांकि पिछले महीने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मची भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई थी और 60 घायल हो गए थे, वहीं हाल में नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई थी.
महाकुंभ अब 'मृत्यु कुंभ' बन गया है - ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन्हीं हालिया भगदड़ की घटनाओं को लेकर उत्तर प्रदेश प्रशासन और सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, "महाकुंभ अब 'मृत्यु कुंभ' बन गया है. उन्होंने (भाजपा सरकार ने) मौतों की संख्या कम दिखाने के लिए सैकड़ों शवों को छिपा दिया."
बंगाल की सीएम ने कहा कि वीवीआईपी लोगों को कुंभ में खास सुविधाएं दी जा रही हैं, जबकि गरीबों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है.
ममता बनर्जी
कुंभ का कोई मतलब नहीं, यह सब बेकार है - लालू यादव
वहीं राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भी महाकुंभ को लेकर विवादित बयान दिया. उन्होंने महाकुंभ को 'अर्थहीन' करार दिया. लालू प्रसाद ने कहा, "कुंभ का कोई मतलब नहीं, फालतू है कुंभ."
नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में हुई लोगों की मौत के लिए लालू यादव ने रेलवे को जिम्मेदार ठहराया और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इस्तीफे की मांग की.
लालू प्रसाद यादव
144 साल बाद वाला महाकुंभ का दावा गलत - अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 144 साल बाद वाला महाकुंभ आयोजित होने के दावे को गलत ठहराया है. उन्होंने कहा, "144 साल वाला जो गणित बताया जा रहा है. कोई भी वैज्ञानिक और जो लोग ज्योतिष को समझते हैं, वे जानते हैं कि कुंभ हर 12 साल में आयोजित किया जाता है, लेकिन इन्होंने (भाजपा ने) जो 144 साल का गणित बताया है वह किस वर्ष से नापा है, किस कारण नापा है कोई नहीं जानता."
अखिलेश यादव
144 साल बाद आया महाकुंभ, ऐसा कहीं ग्रंथों में नहीं लिखा - शिवपाल यादव
सपा नेता शिवपाल यादव ने भगदड़ में मौत को लेकर भाजपा सरकार को असंवेदनशील बताया और महाकुंभ के 144 साल बाद आने की खबरों को लेकर कहा कि ऐसा कहीं ग्रंथों में नहीं लिखा है. उन्होंने आगे कहा, "यह सरकार कहती है कि महाकुंभ 144 साल बाद आया है, लेकिन ऐसा ग्रंथों में कहीं नहीं लिखा है. यदि ऐसा कोई उल्लेख है, तो इसका प्रमाण दें, नहीं तो यह केवल पीआर बढ़ाने के लिए सरकारी धन का दुरुपयोग है."
शिवपाल यादव
वहीं विपक्षी नेताओं के इस बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है. बीजेपी का कहना है कि 'इंडिया' गठबंधन के सभी नेता सनातन और हिंदुओं से नफरत करते हैं. ममता बनर्जी ने महाकुंभ को 'मृत्यु कुंभ' कहकर यह साफ कर दिया कि सनातन और हिंदुओं के प्रति उनके मन में नफरत है. अखिलेश यादव महाकुंभ में अकबर को खोज रहे हैं. 'इंडिया' गठबंधन के नेता सनातन की एकता को देखकर घबरा चुके हैं. विपक्षी नेताओं का बयान सनातनियों का अपमान है.
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