कर्नाटक में कैबिनेट विस्तार की संभावना बढ़ गई है. पूर्व सीएम येदयुरप्पा और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से लिंगायतों की बढ़ती नाराज़गी के बीच बीजेपी आलाकमान OBC और ST वर्ग की नाराजगी नहीं उठाना चाहता. ऐसे में वरिष्ठ नेता ईश्वरप्पा और रमेश जरकीहोली के दबाव में पार्टी आलाकमान झुकता नजर आया. सूत्रों के अनुसार, वो इन दोनों को कैबिनेट में शामिल करने को तैयार हो गया है.
बता दें, रमेश जरकीहोली का नाम एक टेप में आया था, इसके बाद उन्हें मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा था. इसी तरह एक कॉन्ट्रेक्टर ने रिश्वतखोरी का आरोप ईश्वरप्पा पर लगाकर आत्महत्या कर ली थी तो उन्हें भी इस्तीफा देना पड़ा था. ईश्वरप्पा पंचायती राज मंत्री थे, जबकि जरकीहोली लघु उद्योग मंत्री थे. बाद में जांच में इन दोनों को क्लीन चिट मिली. लेकिन मंत्रिमंडल में वापसी नहीं हुई तो उन्होंने विधानसभा सत्र में जाने से मना कर दिया. कर्नाटक में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में न चाहते हुए भी बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व को यह फैसला लेना पड़ा.
बीजेपी नेता ईश्वरप्पपा ने कहा, "हमारे धरना प्रदर्शन और नाराजगी को देखने के बाद स्थानीय बीजेपी के नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व से बात की और कहा कि हम लोगों की नाराजगी सही है. इन दोनों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाए. मुझे और रमेश जरकीहोली को ऐसा निर्देश पार्टी आलाकमान की तरफ से दिया गया है."
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