कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टियां एक-दूसरे को घेरते नजर आ रही है. इसी क्रम में कांग्रेस और बीजेपी टिकट बंटवारे को लेकर हमलावर है. दोनों पार्टियां अपने-अपने दलों के बड़े नेताओं को सीट देने को लेकर अंदरूनी खींचतान को लेकर एक-दूसरे को घेर रही है.
कांग्रेस ने 166 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है. जबकि बीजेपी ने अभी तक अपनी पहली सूची जारी नहीं की है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दावा किया कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई सहित बीजेपी के वरिष्ठ मंत्री सत्ता विरोधी लहर को नकारने के लिए अपनी सीटों को बदलने के इच्छुक हैं.
इधर, सुरजेवाला पर पलटवार करते हुए, बीजेपी के राज्यसभा सांसद लहर सिंह सिरोया ने ट्विटर पर पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के लिए सीटों को लेकर भ्रम की स्थिति पर ध्यान केंद्रित किया है. अपने ट्वीट में उन्होंने दावा किया कि सिद्धारमैया बादामी सीट जिसे उन्होंने 2018 में जीता था और चामुंडेश्वरी सीट जिसे वह उसी चुनाव में जनता दल (सेक्युलर) से हार गए थे से “भाग रहे थे”. उन्होंने खुद राहुल गांधी और सुरजेवाला को भी निशाने पर लिया था.
गौरतलब है कि सिद्धारमैया के लिए सीटों का आवंटन पार्टी के लिए एक नाजुक मुद्दा बना हुआ है क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री अपने लिए दूसरी सीट की मांग कर रहे हैं. उन्होंने शुरू में घोषणा की थी कि वो कोलार सीट से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन बाद में उन्होंने वरुणा सीट को चुना. अब, वह कोलार से भी चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन पार्टी ने प्रति उम्मीदवार एक सीट की नीति बनाए रखी है.
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