- कंचनजंगा हिमालय की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है. इसकी ऊंचाई 8,586 मीटर है.
- यह पर्वत सिक्किम और नेपाल की सीमा पर स्थित है तथा भारत की सबसे ऊंची चोटी मानी जाती है
- कंचनजंगा का नाम तिब्बती मूल के शब्द से आया है. जिसका अर्थ है 'बर्फ के पाँच खजाने'.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार 'खराब' श्रेणी में दर्ज की जा रही है. यहां के लोग खराब एक्यूआई में सांस लेने पर मजबूर है. इस बीच एक ऐसा वीडियो सामने आया है. जिसमें साफ आसमान में बर्फ से ढके कंचनजंगा पर्वत (Kanchenjunga Video) और पर्वत श्रृंखला का शानदार नजारा दिखाई दे रहा है. ये नजारा दार्जिलिंग से कैद किया गया है. इस वीडियो को देखकर लोगों का मन खुश हो रहा है. बता दें कि कंचनजंगा दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी है. इसका नजारा सिक्किम, दार्जिलिंग और नेपाल के कई स्थानों से शानदार दिखता है.
साफ मौसम में कंचनजंगा का बर्फीला और शानदार नजारा देखने के लिए लोग दूर-दूर से दार्जिलिंग और इसके आसपास के इलाकों में आते हैं. सिक्किम के भी कई स्थानों से ये अद्भुत दिखाई देता है. इतना ही नहीं सूर्योदय के समय जब सूरज की किरणें इसकी चोटियों को सुनहरा रंग देती हैं, तो यह दृश्य और भी अद्भुत हो जाता है.
इस वीडियो पर लोगों की भी कई प्रतिक्रिया आ रही हैं. एक यूजर ने वीडियो पर कॉमेंट करते हुए लिखा वाह, यह बहुत सुंदर लग रहा है. अब मुझे समझ आया कि अंग्रेजों ने ग्रीष्मकालीन राजधानी दार्जिलिंग क्यों चुनी थी. जबकि एक अन्य यूजर ने लिखा, वाकई शानदार! कुछ समय पहले इसे लाइव देखने का सौभाग्य मिला था.
कंचनजंगा (Kanchenjunga) से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी-
- कंचनजंगा की ऊंचाई 8,586 मीटर (28,169 फीट) है.
- यह भारत की सबसे ऊंची चोटी मानी जाती है.
- यह हिमालय पर्वत श्रृंखला में भारत (सिक्किम) और नेपाल की सीमा पर स्थित है.
- कंचनजंगा नाम तिब्बती मूल के शब्दों से आया है.
- इसका अर्थ है 'बर्फ के पाँच खजाने'. दरअसल इसपर पांच मुख्य चोटियों है.
- इसके चारों ओर कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान है, जिसे 2016 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था.
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