कांग्रेस (Congress) छोड़ने और बीजेपी (BJP) में शामिल होने की जोरदार चर्चाओं के बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) के करीबी सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया है कि हालांकि उन्होंने अभी तक पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है, लेकिन वहां जो कुछ हो रहा है, उससे वह नाखुश हैं और उन्हें लगता है कि 'यह वह संगठन नहीं है जिसमें वह चार दशक पहले शामिल हुए थे.' कमलनाथ के बेटे और सांसद नकुलनाथ ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के बायो से कांग्रेस हटा दिया है, जिसके बाद कमलनाथ और नकुलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलें और तेज हो गई हैं.
सूत्रों ने कहा कि शनिवार को दिल्ली पहुंचे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात नहीं की है और उन्होंने मध्य प्रदेश में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा जैसे नेताओं को यह कहते सुना है कि भाजपा में शामिल होने के लिए उनका स्वागत है.
कमलनाथ को मनाने में जुटी कांग्रेस
सूत्रों के मुताबिक, कमलनाथ ने अब तक कांग्रेस से इस्तीफे की पेशकश पार्टी आलाकमान से नहीं की है. कांग्रेस की ओर से कमलनाथ से संपर्क साधने की कोशिश की गई और बातचीत भी हुई है. कांग्रेस की ओर से कमलनाथ को मनाने की कोशिश की जा रही है. सूत्रों का दावा है कि अब तक कमलनाथ की तरफ से पार्टी छोड़ने का कोई संकेत या संदेश नहीं है.
सूत्रों ने छिंदवाड़ा के लोगों का हवाला देते हुए बताया कि वहां के लोग चाहते हैं कि वह तेजी से विकास के लिए भाजपा में शामिल हों. सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि मामले पर विचार कर रहे हैं. छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र का कमलनाथ ने नौ बार प्रतिनिधित्व किया है.
कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ फिलहाल छिंदवाड़ा से सांसद हैं और अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह भी अपने पिता के साथ बीजेपी में शामिल होंगे.
'मैं उत्साहित नहीं हूं, ना इस तरफ, ना उस तरफ'
कमलनाथ ने आज दोपहर दिल्ली पहुंचने के बाद भाजपा में शामिल होने की संभावना से जुड़े सवालों पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘आप लोग बहुत उत्साहित हो रहे हैं. यह मैं नहीं कह रहा हूं, आप लोग कह रहे हैं. अगर ऐसी कोई बात होगी तो सबसे पहले आप लोगों को जानकारी दूंगा.''
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उत्साहित नहीं हूं, ना इस तरफ, ना उस तरफ. अगर ऐसी कोई बात होगी तो सबसे पहले आप लोगों को खबर करूंगा.''
जीतू पटवारी ने अटकलों को बताया निराधार
उधर, मध्य प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कमलनाथ के कांग्रेस छोड़ने की अटकलों को निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने कमलनाथ को अपना तीसरा बेटा बताया था.
कमलनाथ को लेकर दिग्विजय सिंह ने दिया ये जवाब
कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने जबलपुर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने कल रात साढ़े 10 बजे कमलनाथ से बात की, वह छिंदवाड़ा में हैं.''
सिंह ने कहा, ‘‘एक व्यक्ति जिसने अपनी राजनीतिक यात्रा कांग्रेस से शुरू की और जब इंदिरा गांधी को जनता पार्टी द्वारा जेल भेजा गया तो वह नेहरू-गांधी परिवार के साथ खड़ा था, क्या आपको लगता है कि ऐसा व्यक्ति कभी कांग्रेस और गांधी परिवार को छोड़ेगा?''
इन कारणों के चलते बताए जा रहे हैं नाराज
विधानसभा चुनाव में हार के बाद कमलनाथ को पार्टी की मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था और उनके स्थान पर जीतू पटवारी को जिम्मेदारी सौंप गई थी. साथ ही कहा जा रहा है कि कमलनाथ राज्यसभा सीट नहीं मिलने से नाराज हैं और पिछले साल के अंत में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी के हारने के बाद से राहुल गांधी भी उनके विरोध में हैं.
मध्य प्रदेश में भाजपा ने 230 सदस्यीय सदन में 163 सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखी थी, वहीं कांग्रेस को सिर्फ 66 सीट से संतोष करना पड़ा था.
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