सेंट स्टीफंस कॉलेज बनाम DU केस में जस्टिस केएम जोसेफ ने भी सुनवाई से खुद को अलग किया

अंडर ग्रेजुएट एडमिशन में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट को लेकर विवाद, सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में इससे पहले जस्टिस संजय किशन कौल ने सुनवाई से खुद को अलग किया था

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सुुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस केएम जोसेफ (फाइल फोटो).
नई दिल्ली:

सेंट स्टीफंस कॉलेज बनाम दिल्ली विश्वविद्यालय केस में सुप्रीम कोर्ट में अब जस्टिस केएम जोसेफ ने भी सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है. उन्होंने कहा कि वे बतौर वकील अल्पसंख्यक संस्थानों के लिए पेश हुए थे. उन्होंने कहा कि मामले को किसी और बेंच के पास जाने दें. इससे पहले जस्टिस संजय किशन कौल ने मामले की सुनवाई से खुद को अलग किया था. जस्टिस कौल ने कहा था कि चूंकि वे सेंट स्टीफंस कॉलेज के छात्र रहे हैं इसलिए माहौल ये इजाजत नहीं देता कि वे मामले की सुनवाई करें. 

दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) की ओर से कहा गया था कि जब तक सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई नहीं करेगा तब तक कोई कार्रवाई नहीं करेंगे.  

दरअसल दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध सेंट स्टीफंस कॉलेज की ओर से दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की. सेंट स्टीफंस कॉलेज ने दिल्ली हाईकोर्ट के उस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है, जिसमें कहा गया है कि अंडर ग्रेजुएट एडमिशन में CUET यानी कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट का पालन करना होगा. 

सेंट स्टीफन कॉलेज ने CUET परीक्षाओं के रिजल्ट को 85 प्रतिशत और इंटरव्यू को 15 प्रतिशत वेटेज देने का निर्णय लिया था. सेंट स्टीफंस कॉलेज के इस निर्णय को हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया है.

प्रवेश प्रक्रिया पर HC के फैसले को चुनौती देगा सेंट स्टीफंस कॉलेज

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