बद्रीनाथ हाइवे पर जहां खिसक गया था पूरा पहाड़, वहां 40 घंटे बाद खोल दिया गया पूरा रास्ता

लैंड स्लाइड होने के कारण जोशीमठ-बद्रीनाथ हाइवे को तत्काल बंद कर दिया गया है. साथ ही राहत की बात ये रही कि इस लैंड स्लाइड में किसी भी प्रकार के जान माल के हानि नहीं हुई है.

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चमोली जिले में बद्रीनाथ नेशनल हाइवे पर दो बड़े लैंडस्लाइड हुए थे. इसमें से एक बद्रीनाथ नेशनल हाइवे पर जोशीमठ में हुआ था और दूसरा पातालगंगा क्षेत्र में हुआ था. इसके बाद अब आखिरकार पातालगंगा वाले रास्ते को चार धाम यात्रियों के लिए एक बार फिर खोल दिया गया है लेकिन जोशीमठ के पास हुई लैंडस्लाइड वाले सड़क के हिस्से को अभी भी नहीं खोला गया है. 

48 घंटों से अधिक वक्त के बाद भी जोशीमठ वाला बद्रीनाथ हाइवे का हिस्सा अभी भी यात्रियों के लिए बंद है. इस वजह से यात्रियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जोशीमठ में लैंडस्लाइड के कारण बद्रीनाथ, जोशीमठ, नीति ,माणा, तपोवन, मलारी, लता ,रैणी, पांडुकेश्वर ,हेमकुंड साहिब आदि क्षेत्रों का संपर्क टूट गया है. ऐसे में चार धाम यात्री फंस गए हैं. 

यहां अभी भी 2000 से ज्यादा अभी भी यात्री फंसे हुए हैं. जोशीमठ में बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन यानी BRO सड़क खोलने में जुटा हुआ है. बारिश के चलते उत्तराखंड में 260 से ज्यादा सड़के बंद हैं. वहीं 241 जेसीबी मशीनस मलवा हटाने और सड़क खोलने के लिए लगाई गई हैं. पांच जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है और साथ ही चार धाम यात्रियों को सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है.