झारखंड (Jharkhand) की राजधानी रांची समेत पांच राज्यों के 18 जगहों पर प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने खनन घोटाले में छापेमारी की है. झारखंड की आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के सरकारी आवास पर भी ईडी ने रेड मारी है. इसके अलावा रांची के कांके स्थित पंचवटी रेजीडेंसी के बी ब्लॉक 904 में भी प्रवर्तन निदेशालय का छापा पड़ा है.
इसके अलावा राँची के पल्स अस्पताल और अस्पताल से जुड़े लोगो के ठिकानों पर भी ईडी की छापेमारी हो रही है. ईडी ने राँची के लालपुर स्थित हरिओम टावर के न्यू बिल्डिंग में भी छापेमारी की है. रांची के अलावा बगल के जिला खूंटी में भी रेड डाली गई है.
इनके अलावा ईडी की टीम ने मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, जयपुर, फरीदाबाद, गुरुग्राम, कोलकाता और बिहार के मुजफ्फरपुर, सहरसा में भी छापेमारी की है. यह मामला झारखंड में अवैध खनन से जुड़ा है.
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गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने ट्वीट कर इस पर निशाना साधा है और कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की नाक की बाल पूजा सिंघल के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी चल रही है. उन्होंने ट्वीट किया, "झारखंड सरकार यानि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के नाक की बाल पूजा सिंघल जी, जिन्होंने मुख्यमंत्री, भाई, गुर्गों व दलालों को कौड़ी के भाव खान आवंटित किया, आख़िर उनके यहाँ ED का छापा 20 जगह पर चल रहा है, यह छापा राँची, दिल्ली, राजस्थान, मुम्बई में जारी है."
IAS पूजा सिंघल पर मनरेगा के पैसे के गबन का भी आरोप है. सिंघल वर्तमान में झारखंड सरकार के खनन एवं भूविज्ञान विभाग में सचिव हैं. इससे पहले वह खूंटी जिले की उपायुक्त थीं. ईडी ने जून 2020 में खूंटी के तत्कालीन जूनियर इंजीनियर राम बिनोद प्रसाद सिन्हा को मनरेगा के 18 करोड़ रुपये की हेराफेरी के मामले में 24 परगना से गिरफ्तार किया था. सिन्हा को तब झारखंड विजिलेंस ब्यूरो द्वारा दर्ज 16 FIR के आधार पर गिरफ्तार किया गया था.
बाद में ईडी ने सिन्हा के खिलाफ केस दर्ज किया था.सिन्हा से पूछताछ में कई सीनियर नौकरशाहों के नाम सामने आए थे.