जम्मू-कश्मीर के पुंछ के मेंढर के नार खास के जंगलों से सेना के लिये एक और बुरी खबर आई. आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एक जेसीओ और एक जवान का शव मिला है. सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह सेना के उस दल के सदस्य थे जो 14 अक्टूबर को घने जंगलों में छुपे आतंकियों की तलाश में निकले थे. उसी दिन आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई और उसके बाद से ही सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह से कोई संपर्क नहीं हो पाया. 16 अक्टूबर को इन दोनों के शव बरामद हुए.
इससे पहले 14 अक्टूबर को दो जवान आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे. इसके अलावा 10 अक्टूबर को देर रात आतंकियों के इसी ग्रुप के हमले में एक जेसीओ और चार जवान शहीद हो गए थे. आतंकियों के तलाशी के लिये पैरा कमांडो और हेलिकाप्टरों का सहारा लिया जा रहा है .
नार खास के घने जंगलों में गुरुवार को देर रात को जहां मुठभेड़ हुई थी, वहां से दो और जवानों के शव मिलने से यहां जंगल में शहीद होने वाले जवानों की संख्या चार हो गई. जबकि रविवार को पूंछ के डेरा की गली इलाके में पांच जवान आतंकी हमले में शहीद हो गए थे. वहां से आतंकी भागकर नार खास इलाके के जंगलों में आ गए. आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर गुरुवार को जवानों की एक टुकड़ी ने तलाशी अभियान शुरू किया. इस दौरान पहले से घात लगाए आतंकियों ने जवानों पर हमला कर दिया. घना जंगल और पहाड़ी इलाका होने की वजह से अभियान चलाने में सेना को काफी परेशानी हो रही है. आतंकियों के इस ग्रुप के साथ एनकाउंटर अब सातवें दिन पहुंच चुका है. सूत्रों के मुताबिक पांच से छह आतंकियों का यह ग्रुप सेना के लिये सिरदर्द बना हुआ है.
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