पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल और एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को भारत के नए उप राष्ट्रपति के रूप में शपथ लिया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में उन्हें उपराष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई. धनखड़ ने शनिवार को उपराष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के प्रत्याशी के तौर पर विपक्ष की साझा उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराया था.
एकतरफा मुकाबले में धनखड़ को कुल 528 मत मिले, जबकि अल्वा को सिर्फ 182 वोट से ही संतोष करना पड़ा. इस चुनाव में कुल 725 सांसदों ने मतदान किया, जिनमें से 710 वोट वैध पाए गए, 15 मतपत्रों को अवैध पाया गया. उपराष्ट्रपति चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत करीब 93 प्रतिशत सांसदों ने मतदान किया, जबकि 50 से अधिक सांसदों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं किया.
अब 71 वर्षीय धनखड़ देश के नए उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति के रूप में एम वेंकैया नायडू की जगह लेंगे. वह भारत के 14वें उपराष्ट्रपति होंगे. नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को पूरा हो गया था.
अब लोकसभा और राज्यसभा दोनों के पीठासीन अधिकारी अब राजस्थान से होंगे, जहां वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है. उप राष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति होते हैं, जो कि अब धनखड़ होंगे और जिनका गृह जिला झुंझुनू है. वहीं लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला भी राजस्थान के कोटा से ताल्लुक रखते हैं. राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है.
बता दें, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में अपनी मौजूदा भूमिका से पहले 71 वर्षीय धनखड़ एक प्रसिद्ध वकील थे. उन्होंने राजस्थान में जाट समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का दर्जा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. केन्द्र में कुछ दिनों के लिए संसदीय कार्य मामलों के कनिष्ठ मंत्री रह चुके धनखड़ को उनका यह अनुभव राज्यसभा के सभापति के रूप में सदन का संचालन करने में मददगार साबित होगा.
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