"यह ईश्वरीय दंड है": संजय राउत की गिरफ्तारी पर बोले बीजेपी नेता

60 वर्षीय राउत को छह घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद रविवार आधी रात को गिरफ्तार किया गया है. अधिकारियों ने दावा किया कि राउत जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे.

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राउत को धन शोधन रोकथाम अधिनियम के तहत देर रात 12:05 बजे हिरासत में लिया गया था.
मुंबई:

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई की एक चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन के मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को गिरफ्तार किया है. वहीं इनकी गिरफ्तारी पर अब भाजपा नेता राम कदम की प्रतिक्रिया आई है और उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह "ईश्वरीय दंड " है. भाजपा नेता राम कदम ने आज एक ट्वीट करते हुए लिखा, "उखाड़ दिया, बताये..  यह किसने, किसको कहा था?  इसलिये कहावत है. चिंगारी खेल बड़ा बुरा होता है. औरों के घरों में आग लगने का सपना, खुद के ही घर में खरा होता है. यह ईश्वरीय दंड है. नये बदले हुए भारत के क़ानून तथा सशक्त लोकतंत्र की ताक़त है". 

बता दें कि 60 वर्षीय राउत को ईडी ने छह घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद रविवार आधी रात के बाद गिरफ्तार कर लिया था. अधिकारियों ने दावा किया कि राउत जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे, जिसके कारण उन्हें धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत देर रात 12:05 बजे हिरासत में लिया गया.

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महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता एवं राज्यसभा सदस्य राउत को आज मुंबई में एक विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया जाएगा, जहां प्रवर्तन निदेशालय उनकी हिरासत का अनुरोध करेगा. दरअसल एजेंसी का एक दल रविवार को मुंबई के भांडुप इलाके में उनके आवास पर पहुंचा था, जहां उन्होंने तलाशी ली, राउत से पूछताछ की और शाम तक उन्हें एजेंसी के स्थानीय कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया. अधिकारियों ने बताया कि तलाशी के दौरान दल ने 11.5 लाख रुपये नकद भी जब्त की.

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ईडी कार्यालय में प्रवेश करने से पहले राउत ने संवाददाताओं से कहा था कि एजेंसी की कार्रवाई का उद्देश्य शिवसेना और महाराष्ट्र को कमजोर करना था तथा उनके खिलाफ एक ‘‘झूठा'' मामला तैयार किया गया था. ईडी की जांच पात्रा ‘चॉल' के पुनर्विकास और उनकी पत्नी एवं कथित सहयोगियों की संलिप्तता वाले वित्तीय संपत्ति लेनदेन में अनियमितताओं के आरोपों से संबंधित है.

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अप्रैल में ईडी ने इस जांच के तहत उनकी पत्नी वर्षा राउत और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया. कुर्क की गई संपत्ति में संजय राउत के सहयोगी और ‘गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड' के पूर्व निदेशक प्रवीण एम. राउत की पालघर, सफले (पालघर में शहर) और पड़घा (ठाणे जिले में) में स्थित जमीन शामिल है.

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ईडी ने कहा था कि इन संपत्ति में मुंबई के उपनगर दादर में वर्षा राउत का एक फ्लैट और अलीबाग में किहिम बीच पर आठ भूखंड हैं जो संयुक्त रूप से वर्षा राउत और संजय राउत के करीबी सहयोगी सुजीत पाटकर की पत्नी स्वप्ना पाटकर के हैं. (भाषा इनपुट के साथ)

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