फॉलोअर्स 56 लाख वोट मिले 155, जानिए एजाज खान क्यों EVM को दे रहे हैं दोष?

एजाज खान ने एक इंटरव्यू में कहा है कि सब EVM का खेल है, जो लोग लंबे समय से पॉलिटिक्स में हैं, बड़ी पार्टी और बड़ा नाम है, वो उम्मीदवार भी चुनाव हार रहे हैं, या फिर बहुत कम वोट लाए हैं. मैं तो सामाजिक कार्यकर्ता हूं और लोगों की आवाज बनने की कोशिश कर रहा हूं. 

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नई दिल्ली:

महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी गठबंधन को बड़ी सफलता मिली. कांग्रेस के नेतृत्व वाली गठबंधन को इस चुनाव में बड़ा झटका लगा है. हालांकि कई सीटों पर अन्य दलों के उम्मीदवारों को भी जीत मिली है. हालांकि देश भर में महाराष्ट्र की वर्सोवा विधानसभा सीट की चर्चा हो रही है.इस सीट पर एजाज खान चुनावी मैदान में थे. एजाज खान (Ejaz khan) के सोशल मीडिया में लाखों फॉलोअर्स  हैं. आजाद समाज पार्टी की तरफ से एजाज खान को उम्मीदवार बनाया गया था हालांकि उन्हें इस चुनाव  में महज 155 वोट मिले. चुनाव में करारी हार के बाद उन्होंने इसके लिए EVM को जिम्मेदार ठहराया है. 

एजाज खान ने एक इंटरव्यू में कहा है कि सब EVM का खेल है, जो लोग लंबे समय से पॉलिटिक्स में हैं, बड़ी पार्टी और बड़ा नाम है, वो उम्मीदवार भी चुनाव हार रहे हैं, या फिर बहुत कम वोट लाए हैं. मैं तो सामाजिक कार्यकर्ता हूं और लोगों की आवाज बनने की कोशिश कर रहा हूं. 

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महायुति को मिली बड़ी जीत
महाराष्ट्र में ऐसी जीत की कल्पना बीजेपी ने भी नहीं की होगी. 288 की विधानसभा में 145 बहुमत का मैजिक नंबर है और बीजेपी अकेले 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है. उसकी अगुआई वाले महायुति के पार्टनर एकनाथ शिंदे और अजित पवार का कद अब छोटा लग रहा है. शिंदे की शिवसेना को 57 तो अजित पवार की एनसीपी को 41 सीटें मिली हैं. दोनों ने असली शिवसेना और असली एनसीपी की जंग तो जीत ली है, लेकिन गठबंधन की बात करें, तो बीजेपी की बंपर सीटों ने उनकी मोलभाव की ताकत कम कर दी है. महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में महायुति के खाते में कुल 236 सीटें हैं. उधर कांग्रेस, उद्धव और शरद पवार वाले महाविकास अघाड़ी का इन चुनावों में बेहद खराब प्रदर्शन देखने को मिला है.  

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