"गलत समझ" : भारत ने मानवाधिकारों पर अमेरिका की रिपोर्ट को बताया 'पूरी तरह भेदभावपूर्ण'

भारत सरकार ने इस रिपोर्ट को भेदभावपूर्ण बताया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी विदेश विभाग का ये दस्तावेज पक्षपातपूर्ण है. ये भारत के प्रति उनकी खराब समझ को भी दिखाता है.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
सांकेतिक फोटो.
नई दिल्ली:

भारत ने मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन पर अमेरिकी विदेश विभाग की हालिया रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया है. अमेरिका ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि मणिपुर (Manipur Violence) और जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में मानवाधिकारों (Human Rights) का उल्लंघन हुआ है. भारत सरकार ने इस रिपोर्ट को भेदभावपूर्ण बताया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी विदेश विभाग (US State Department) का ये दस्तावेज पक्षपातपूर्ण है. ये भारत के प्रति उनकी खराब समझ को भी दिखाता है.

भारत ने अमेरिका में नस्लीय हिंसा और फायरिंग के मामलों का जिक्र किया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को वीकली मीडिया ब्रीफिंग में कहा- "एक डाइवर्स सोसायटी के तौर पर भारत धार्मिक आजादी और मानवाधिकारों का सम्मान करता है. अमेरिका के साथ बातचीत में हमने वहां के मुद्दों पर ध्यान दिलाया है. इसमें नस्ल और मूल के आधार पर होने वाले हमले, हेट क्राइम्स और गन वॉयलेंस के मुद्दे शामिल हैं."

लोकसभा चुनाव 2024 : जाने क्या है अमेरिका का वह विरासत कानून, जिस पर भारत में मचा है बवाल

भारत ने कहा, "अमेरिका के साथ चर्चाओं में हमने लगातार उनके यहां नस्लीय भावना से प्रेरित हमलों, घृणा आधारित अपराध और बंदूक हिंसा से जुड़े मुद्दों को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर की हैं. वोट बैंक की राजनीति से प्रेरित बातों और विचारों के आधार पर कोई निष्कर्ष  नहीं निकाला जाना चाहिए. हम इस रिपोर्ट को सिरे से खारिज करते हैं."

रणधीर जायसवाल ने कहा, "हम आग्रह करते हैं कि राजनीति प्रेरित इनपुट के आधार पर आकलन से बचा जाना चाहिए. भारत धार्मिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों का आदर करता है."

Advertisement

अमेरिकी यूनिवर्सिटी में हो रहे प्रदर्शनों पर हमारी नजर
अमेरिका में कोलंबिया यूनिवर्सिटी और दूसरी यूनिवर्सिटी में हो रहे विरोध-प्रदर्शन पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा,  "हमने इस मामले पर रिपोर्ट देखी है. हम संबंधित घटनाओं पर नजर रख रहे हैं. हर लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और समझ के बीच सही संतुलन होना चाहिए." उन्होंने कहा, "सार्वजनिक सुरक्षा और व्यवस्था के मामले में लोकतंत्रों को विशेष रूप से अन्य साथी लोकतंत्रों के संबंध में यह समझ प्रदर्शित करनी चाहिए. हम सभी का मूल्यांकन इस आधार पर किया जाता है कि हम घर पर क्या करते हैं, न कि हम विदेश में क्या कहते हैं..."

Advertisement

40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला : जेपी मॉर्गन के CEO ने की PM मोदी की जमकर तारीफ

Advertisement

ईरान के जब्त जहाज पर मौजूद 16 भारतीय सुरक्षित और सेहतमंद
इजरायल के साथ बढ़े तनाव के बीच हाल ही ईरान ने एक जहाज को जब्त कर लिया था. इसके क्रू टीम में 17 भारतीय शामिल थे. एक महिला को रिहा किया गया है, लेकिन अभी भी 16 लोग जहाज पर मौजूद हैं. इसे जुड़े एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "भारत ने कांसुलर एक्सेस लिया है. सभी 16 भारतीय सुरक्षित और सेहतमंद हैं. वो सभी परिवार के संपर्क में हैं. उन्हें कई दिक्कत नहीं है. उनके वापस आने का मामला संबंधित कंपनी से किए गए उनके कॉन्ट्रैक्ट से जुड़ा हुआ है."

Advertisement

पन्नू मामले पर किया हाई लेवल कमिटी का गठन
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के मामले को लेकर अमेरिका की ओर से लगाए गए आरोपों पर विदेश मंत्रालय ने कहा, "हमने विवरण पर विचार करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है."

एंटनी ब्लिंकेन के दौरे से पहले चीन ने अमेरिका पर आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप का आरोप लगाया

चीन के साथ बांग्लादेश के संयुक्त सैन्य अभ्यास पर भी नजर
चीन की सेना ने बांग्लादेश जाकर वहां की सेना के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास किया है. इसपर विदेश मंत्रालय ने कहा, "चीन का बांग्लादेश जाने से चिंता की बात तो है. हम अपने पड़ोसियों पर कड़ी नज़र रखते हैं."

विदेश मंत्रालय ने कहा, "नेशनल म्यूजियम के लिए भारत-फ्रांस का सहयोग अहम है." भारत पुराने उपनिवेशवादियों के साथ सहयोग क्यों कर रहा है? इसके जवाब में रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत का कई देशों के साथ व्यापक सहयोग है. इसे मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए.

"दुनिया ऐसा नहीं...", फिलिस्तीन के समर्थन में अमेरिका में हुए विरोध प्रदर्शन पर नेतन्याहू

Featured Video Of The Day
Sambhal जा रहे Rahul Gandhi और Priyanka Gandhi के काफिले को Ghazipur Border पर रोका