यस बैंक ने 48000 करोड़ रुपये का NPA किया ट्रांसफर, बैंकिंग सेक्टर में अब तक की सबसे बड़ी डील

कार्लाइल और एडवेंट के यस बैंक में हिस्सेदारी खरीदने की खबरों के बाद से इस शेयर में भारी उछाल दर्ज किया गया था, लेकिन अचानक शेयर में तेज गिरावट भी आई. इस गिरावट की वजह ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली थी. मॉर्गन स्टेनली ने यस बैंक के शेयर पर अंडरवेट रेटिंग दी. साथ ही अपना टार्गेट भी 20.50 रुपये कर दिया. इसके बाद शेयर में गिरावट देखने को मिली थी.

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नई दिल्ली:

प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक (Yes Bank) में एक के बाद एक अच्छी खबरें आ रही हैं. इससे इस शेयर के निवेशकों की मौज हो गई है. दरअसल, यस बैंक ने अपनी बैलेंस शीट को साफ करने के उद्देश्य से निजी इक्विटी फर्म जेसी फ्लावर्स को 480 बिलियन रुपये (5.81 बिलियन डॉलर) के खराब ऋणों (Yes Bank Bad Loan)का ट्रांसफर पूरा कर लिया है. 

समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बैंक ने अपने 48000 करोड़ रुपये का बैड लोन एनपीए कर्ज पुनर्गठन कंपनी जेसी फ्लॉवर्स एसेट रिकंस्ट्रक्शन (Jessie Flowers Asset Reconstruction) को सौंप दिया है. बैंक ने स्टॉक एक्सचेंजों को यह जानकारी दी है. बैंक ने कहा कि उसने अपने 48000 करोड़ रुपये के बैड लोन वाले पोर्टफोलियो को जेसी फ्लॉवर्स को सौंप दिया है.

यह सौदा भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में खराब ऋणों की अब तक की सबसे बड़ी बिक्री है, दो साल से अधिक समय के बाद जब केंद्रीय बैंक ने विषाक्त संपत्तियों में नाटकीय वृद्धि के बाद निवेशकों और जमाकर्ताओं को चिंतित कर दिया था.

यस बैंक ने इस तरह अपने पोर्टफोलियो में से एनपीए के हिस्से को कम कर अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने की कोशिश की है. कुछ साल पहले फंसे हुए कर्ज का आकार बढ़ने से यस बैंक की वित्तीय स्थिति बिगड़ गई थी, लेकिन हाल में उसने अपने कर्ज पोर्टफोलियो को दुरूस्त करने के लिए कई कदम उठाए हैं. यस बैंक के हालिया कदम से उसके एनपीए (Yes Bank NPA) में बड़ी गिरावट आएगी.

पिछले एक महीने के रिटर्न की बात करें, तो यस बैंक के शेयर ने निवेशकों को 30 फीसदी का बंपर मुनाफा दिया है. वहीं, केवल 9 कारोबारी सत्रों में ही इस शेयर ने निवेशकों को 24 फीसदी का रिटर्न दे दिया. वहीं, एक साल में इस शेयर ने करीब 60 फीसदी का रिटर्न दिया है.

दरअसल, कार्लाइल और एडवेंट के यस बैंक में हिस्सेदारी खरीदने की खबरों के बाद से इस शेयर में भारी उछाल दर्ज किया गया था, लेकिन अचानक शेयर में तेज गिरावट भी आई. इस गिरावट की वजह ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली थी. मॉर्गन स्टेनली ने यस बैंक के शेयर पर अंडरवेट रेटिंग दी. साथ ही अपना टार्गेट भी 20.50 रुपये कर दिया. इसके बाद शेयर में गिरावट देखने को मिली थी. हालांकि, बैड लोन बेचने की खबर आने पर शेयर में फिर से उछाल देखने को मिल रही है.

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