रीवा में मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष को जनता ने आइना दिखाते हुए जमकर खरी-खोटी सुनाई. इससे अध्यक्ष को इतना गुस्सा आया कि उन्होंने चुनौती देते हुए राजनीती छोड़ने और 1 वोट ना देने तक की अपील कर डाली. विधानसभा अध्यक्ष जिला पंचायत चुनाव के लिए अपने बेटे के समर्थन में प्रचार करने गए हुए थे. अब सोशल मीडिया में यह वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के बेटे जिला पंचायत का चुनाव लड़ रहे हैं, विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम अपने इकलौते बेटे राहुल गौतम के प्रचार-प्रसार में लगे हुए है. इसी सिलसिले में गिरीश गौतम सोमवार 20 जून को नई गढ़ी ब्लॉक में हटवा गांव अपने समर्थको के साथ पहुंचे. आमजन ने अध्यक्ष को सम्मान के साथ बैठाया और फिर चर्चा शुरू हुई. इसी दौरान गिरीश पर ग्रामीणों ने विधायक निधि की राशि अपने चहेते समर्थको में बांटने का आरोप लगा दिया, जिससे गिरीश गौतम नाराज हो गए. भगवान हनुमान की कसमें खाने लगे.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने जरूरतमंदों में विधायक और विधानसभा निधि की राशि दी है. किसी को भी एक रुपया नकद नहीं दिया है, सभी को आरटीजीएस के माध्यम से खाते में रुपये दिए है. इसी दौरान गिरीश गौतम ने कह भी कह दिया कि अगर मैंने भ्रष्टाचार किया है तो मुझे इस गांव से एक भी वोट नहीं चाहिए.
गौतम ने कहा कि जिला पंचायत के चुनाव में एक भी वोट मेरे बेटे को मत देना और न ही विधानसभा चुनाव में मुझे वोट चाहिए. इतना ही नहीं मध्यप्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष ने भ्रष्टाचार सिद्ध करने करने पर राजनीति छोड़ने के चुनौती दे डाली. अब यह वीडियो जमकर वायरल हो रहा है और विपक्षी जमकर चुटकी ले रहे है. विधानसभा अध्यक्ष के पुत्र राहुल गौतम जिला पंचायत चुनाव में वार्ड नंबर 27 से सदस्य के प्रत्यासी है. इस वार्ड से ही विधानसभा अध्यक्ष के भतीजे पद्मेश गौतम भी विरोध में चुनाव लड़ रहे है. ऐसे में अध्यक्ष की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. बेटे को चुनाव जीतने के लिए सभा और बैठकें कर रहे हैं.
गिरीश गौतम देवतालाब विधानसभा अध्यक्ष से विधायक हैं और इसी ब्लॉक के वार्ड से बेटा जिला पंचायत सदस्य का प्रत्याशी है, जबकि भतीजा इसी वार्ड से विपक्ष में प्रत्याशी है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि राजनीति में ऐसा होता है लोग आरोप लगाते हैं. विधायक निधि में 15 लाख का बजट जरूरतमंदों पर खर्च करने का अधिकार है. मैंने विधायक निधि और विधानसभा निधि के बजट से राशि दी है. 165 हितग्राहियों को आरटीजीएस के माध्यम से लाभ दिया गया है और ये सभी गरीब जरूरतमंद थे. इसी लिए मैंने कहा कि भ्रष्टाचार सिद्ध करने करने पर राजनीति छोड़ दूंगा. वायरल वीडियो पर सफाई देते हुए गिरीश गौतम ने कहा कि यह वीडियो ज्यादा से ज्यादा वायरल होना चाहिए.