राम मंदिर में लगेगी अरुण योगीराज की बनाई रामलला की मूर्ति, 18 जनवरी को गर्भगृह में रखी जाएगी प्रतिमा

Ram Temple Inauguration: अरुण योगीराज  मैसूर के रहने वाले हैं. उन्होंने केदारनाथ में शंकाराचार्य की प्रतिमा बनाई है. दिल्ली के इंडिया गेट पर सुभाष चंद्र बोष की प्रतिमा भी उन्होंने ही बनाई है.

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Ramlala Consecration Ceremony: मूर्ति निर्माण स्थल से होगा पूजन का शुभारंभ
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  • अरुण योगीराज मैसूर के रहने वाले हैं
  • मूर्ति का वजन 150-200 किलोग्राम होने की संभावना है
  • 18 जनवरी को गर्भगृह में रखी जाएगी प्रतिमा
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नई दिल्ली:

Ayodhya Ram Temple: 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम है. जानकारी के अनुसार मंदिर के लिए मूर्ति का चयन कर लिया गया है.  अरुण योगीराज (Arun Yogiraj) की बनाई रामलला की मूर्ति, 18 जनवरी को गर्भगृह में स्थापित की जाएगी. मूर्ति का वजन 150-200 किलोग्राम है. अरुण योगीराज मैसूर के रहने वाले हैं. उन्होंने केदारनाथ में शंकाराचार्य की प्रतिमा बनाई है. दिल्ली के इंडिया गेट पर सुभाष चंद्र बोष की प्रतिमा भी उन्होंने ही बनाई है. सत्तर साल से जिस प्रतिमा की पूजा होती रही है वो मूर्ति भी मुख्य गर्भगृह में रहेगी. 

मंदिर न्यास के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि मैसूरु के शिल्पकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई रामलला की एक नयी मूर्ति को अयोध्या में राम मंदिर में स्थापना के लिए चुना गया है.

मूर्ति निर्माण स्थल से होगा पूजन का शुभारंभ

श्री राम लला की मूर्ति का जिस कुटिया में निर्माण किया गया 16 जनवरी को पूजन का प्रारंभ इसी कर्म कुटी से होगा.  इसके बाद मूर्ति का निर्माण करने वाले शिल्पी का प्रायश्चित पूजन होगा.  विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता और धर्माचार्य संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी ने बताया कि 17 फरवरी को श्री विग्रह का परिसर भ्रमण कराया जाएगा तथा गर्भगृह का शुद्धिकरण होगा. उन्होंने बताया कि 18 जनवरी से अधिवास प्रारंभ होगा दोनों समय जलाधिवास होगा साथ ही सुगंधि और गंधाधिवास भी होगा 19 जनवरी को प्रातः फल अधिवास और शाम को धान्य अधिवास होगा.

इसी तरह 20 जनवरी को सुबह पुष्प और रत्न अधिवास  शाम को घृत अधिवास होगा श्री तिवारी के अनुसार 21 जनवरी को प्रात: शर्करा, मिष्ठान और मधु अधिवास होगा,शाम को औषधि और शय्या अधिवास होगा. भगवान राम सूर्यवंशी हैं और आदित्य भी द्वादश हैं इसलिए द्वादश अधिवास हो रहे हैं. 

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7,000 से अधिक अतिथियों के स्वागत के लिए अयोध्या तैयार

बताते चलें कि राम मंदिर में होने वाले इस कार्यक्रम का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. प्राण प्रतिष्‍ठा से पहले ही पूरे देश का माहौल 'राम मय' हो गया है. धरती से आसमान तक सिर्फ 'राम नाम की गूंज' सुनाई दे रही है. प्राण प्रतिष्‍ठा कार्यक्रम के लिए राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा 7,000 से अधिक अतिथियों को आमंत्रित किया गया है, जिनमें विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिष्ठित हस्तियां और देश भर से बड़ी संख्या में साधु-संत शामिल हैं. भव्य समारोह से पहले, उत्तर प्रदेश सरकार और अयोध्या प्रशासन ने सभी तैयारियां कर ली हैं और पवित्र नगरी को इस बड़े दिन के लिए सजाया जा रहा है. 

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सुरक्षा के रहेंगे व्यापक इंतजाम   

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट समारोह के लिए तैयारी कर रहा है और कार्यकर्ता मंदिर परिसर में समारोह संबंधी कार्यों को पूरा करने के लिए दिन-रात लगे हैं. समारोह के दिन अयोध्या शहर में कड़ी सुरक्षा रहेगी. मंदिर परिसर 23 जनवरी से लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने पूर्व में कहा था कि मंदिर में 'प्राण प्रतिष्ठा' 22 जनवरी को दोपहर 12:20 बजे होगी.

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