अग्निपथ योजना: वायु सेना को छह दिनों में दो लाख से ज्यादा आवेदन मिले

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, भारतीय वायु सेना को अग्निपथ भर्ती योजना के तहत पंजीकरण प्रक्रिया शुरू होने के महज छह दिन के भीतर दो लाख से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं.

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भारतीय वायु सेना को अग्निपथ भर्ती योजना के तहत पंजीकरण प्रक्रिया शुरू होने के महज छह दिन के भीतर दो लाख से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं.
नई दिल्ली:

भारतीय वायु सेना को अग्निपथ भर्ती योजना के तहत पंजीकरण प्रक्रिया शुरू होने के महज छह दिन के भीतर दो लाख से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं. रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी. पंजीकरण की प्रक्रिया 24 जून को शुरू हुई थी और रविवार, 26 जून तक 56,960 तथा सोमवार, 27 जून तक 94,281 आवेदन प्राप्त हुए थे. इस अग्निपथ भर्ती योजना की घोषणा 14 जून को की गई थी और इसके एक सप्ताह बाद तक योजना के विरोध में कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे. बहरहाल, आज रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ए. भारत भूषण बाबू ने ट्वीट किया, “2,01,000 से अधिक उम्मीदवारों ने अग्निवीर वायु बनने के लिए आवेदन किया है. पंजीकरण की अंतिम तारीख पांच जुलाई 2022 है.”

इससे पहले वायु सेना ने ट्वीट किया, “अब तक पंजीकरण वेबसाइट पर 1,83,634 भविष्य के अग्निवीरों ने आवेदन किया है. पंजीकरण पांच जुलाई को बंद होगा.”

इस योजना के तहत सरकार साढ़े सत्रह से 21 वर्ष के युवाओं को चार साल के कार्यकाल के लिए सशस्त्र बलों में भर्ती करेगी जिसमें से 25 प्रतिशत को बाद में नियमित सेवा में रख लिया जाएगा.

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सरकार ने 16 जून को इस योजना के तहत भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा को वर्ष 2022 के लिए 21 से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया था. बाद में सरकार ने केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में अग्निवीरों को उनकी सेवानिवृत्ति के बाद वरीयता देने की घोषणा की. कई भाजपा शासित राज्यों ने भी ये ऐलान किया था कि सेवानिवृति के बाद अग्निवीरों को राज्य पुलिस बलों में प्राथमिकता के आधार पर शामिल किया जाएगा.  

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सशस्त्र बलों ने स्पष्ट कर दिया है कि नई भर्ती योजना के खिलाफ हिंसक विरोध और आगजनी करने वालों को शामिल नहीं किया जाएगा.

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