राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के प्रमुख जयंत चौधरी ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के 'चवन्नी' वाले बयान पर पलटवार करते हुए बुधवार को कहा कि वह पलटे नहीं हैं बल्कि उन्होंने पटखनी दी है.
जयंत ने यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और रालोद की संयुक्त चुनावी रैली में सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधते हुए कहा, 'कल—परसों की बात है, उत्तर प्रदेश के जो मुख्यमंत्री रहे हैं, उनका भी एक बयान मैंने देखा. अब तक मैं उनके लिए कुछ बोला नहीं हूं. वह भले ही गाली—गलौज करना चाहें, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. लेकिन मैं एक बात बता देना चाहता हूं, मुजफ्फरनगर के लोगों से मेरी खास अपील है कि हम लोगों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. इन्हें (अखिलेश को) बता दें. ऐसा वोट दें कि वे जान जाएं कि मैं पलटा नहीं हूं. इसे पलटना नहीं कहते, इसे पटखनी मारना कहते हैं.''
पिछले रविवार को दिल्ली में विपक्ष के ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस' की महारैली में शामिल हुए अखिलेश ने पत्रकारों से बातचीत में मेरठ में जयंत चौधरी के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मंच साझा करने से जुड़े एक सवाल के एक जवाब में उनपर (जयंत चौधरी) पर तंज किया था. उन्होंने कहा था, ''हो सकता है कि प्रधानमंत्री जी ने पूछा हो कि यह चवन्नी कौन है.''
माना जा रहा है कि अखिलेश ने जयंत के एक पुराने बयान को लेकर यह टिप्पणी की थी. भाजपानीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा बनने से पहले राष्ट्रीय लोकदल का समाजवादी पार्टी से गठबंधन था. तब जयंत चौधरी ने भाजपा के साथ जाने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा था, ''मैं क्या चवन्नी हूं, जो पलट जाऊंगा.''
सपा के राज्यसभा सदस्य जयंत चौधरी ने आरोप लगाया कि उनके दादा और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को 'भारत रत्न' दिये जाने का वे दल ‘अंदर ही अंदर' विरोध कर रहे हैं जो पहले कभी राजनीतिक रूप से रालोद के साथ थे.
जयंत ने रालोद कार्यकर्ताओं से आगामी लोकसभा चुनाव में 'बड़ा दिल' दिखाने का आह्वान करते हुए मुजफ्फरनगर से भाजपा प्रत्याशी संजीव बालियान को जिताने की अपील की. उन्होंने कवि दुष्यंत कुमार की एक कविता की पंक्तियां पढ़ते हुए कहा, ''सच है कि पांवों ने बहुत कष्ट उठाए, पर पांव किसी तरह राह पर तो आए.''
उन्होंने कहा, ''तो अब लोक दल के कार्यकर्ताओं को बड़ा दिल दिखाना होगा. अगर आप मुझे मजबूती देना चाहते हैं, अगर आप चौधरी चरण सिंह के विचारों को आगे ले जाना चाहते हैं और अगर आप चौधरी अजीत सिंह के चौधरी के कार्यों को पूरा करना चाहते हैं तो संजीव बालियान को बहुमत के साथ चुनाव जिताइए.''
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