"मैं खुद को भगवान श्रीकृष्ण की 'गोपी' मानती हूं" : मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी

खुद को कृष्ण की गोपी बताते हुए हेमा मालिनी ने कहा चूंकि भगवान कृष्ण बृजवासियों से प्रेम करते हैं इसलिए उन्हें लगा कि यदि वो उन सभी लोगों की सेवा में काम करेंगी तो वो उनपर भी अपनी कृपा करेंगे. 

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BJP की मथुरा से सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि वह खुद को भगवान कृष्ण की 'गोपी' मानती हैं.

मथुरा से तीसरी बार बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) लड़ रहीं एक्ट्रेस से राजनेता बनीं हेमा मालिनी (Hema Malini) ने बुधवार को कहा कि वह खुद को भगवान कृष्ण की "गोपी" मानती हैं. मथुरा की सांसद ने संवाददाताओं से कहा, "मैं न तो नाम के लिए और न ही प्रसिद्धि के लिए राजनीति में शामिल हुई. मैं किसी भौतिक लाभ के लिए राजनीति में नहीं आई". खुद को कृष्ण की गोपी बताते हुए हेमा मालिनी ने कहा चूंकि भगवान कृष्ण बृजवासियों से प्रेम करते हैं इसलिए उन्हें लगा कि यदि वो उन सभी लोगों की सेवा में काम करेंगी तो वो उनपर भी अपनी कृपा करेंगे. 

उन्होंने कहा, "और मैं बृजवासियों की सेवा कर रही हूं." उन्होंने मथुरा से तीसरी बार बृजवासियों की सेवा करने का मौका देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि बदहाल स्थिति में पड़े 'ब्रज 84 कोस परिक्रमा' का विकास उनकी पहली प्राथमिकता होगी. 

उन्होंने कहा कि बदहाल स्थिति में पड़े 'ब्रज 84 कोस परिक्रमा' का विकास उनकी पहली प्राथमिकता होगी. मथुरा से दो बार सांसद रही हेमा मालिनी ने कहा, "ब्रज 84 कोस परिक्रमा को पर्यटकों के लिए सुखदायक और आकर्षक बनाने का प्रयास किया जाएगा. चूंकि इसके लिए डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) 11,000 करोड़ रुपये में तैयार की गई है, इसलिए मैं एक आदर्श बुनियादी ढांचे के लिए शेष राशि स्वीकृत करवाऊंगी ताकि यह तीर्थयात्रियों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान करें और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए आकर्षक और मंत्रमुग्ध कर दे." टूरिज्म से लोकल्स के लिए रोजगार भी बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि उनकी दूसरी प्राथमिकता यमुना नदी की सफाई करना होगा.

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हेमा मालिनी ने दावा किया कि नमामि गंगे परियोजना शुरू होने से पहले ही उन्होंने गंगा और यमुना नदियों के प्रदूषण को लेकर संसद में सवाल उठाया था. उन्होंने कहा कि जब से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने नमामि गंगे परियोजना में रुचि ली है, तब से प्रयागराज में गंगा का पानी पारदर्शी और प्रदूषण मुक्त हो गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि लेकिन दिल्ली सरकार ने यमुना नदी की प्रदूषण समस्या को हल करने में रुचि नहीं ली और पवित्र नदी मथुरा में प्रदूषित बनी हुई है. मथुरा सांसद के मुताबिक, दिल्ली और हरियाणा में यमुना की सफाई के बिना मथुरा में स्वच्छ यमुना का सपना हकीकत में नहीं बदला जा सकता.

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हेमा मालिनी ने कहा कि वर्तमान में, यमुनोत्री के पानी का उपयोग दिल्ली और हरियाणा द्वारा किया जाता है और दोनों राज्यों के नालों का पानी यमुना में छोड़ा जाता है, उन्होंने कहा कि वह स्वच्छ यमुना के लिए हर संभव प्रयास करेंगी. योगी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि जब उनका ध्यान मथुरा के विकास की आवश्यकता की ओर गया तो उन्होंने यूपी ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया. इसमें वृन्दावन में संत ग्राम (संतों के लिए एक गांव), कुंडों का जीर्णोद्धार, रसखान समाधि, परसौली में सूर (सूरदास) की साधना स्थली और गोवर्धन परिक्रमा शामिल हैं.

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