राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी के मामले में जमानत पर जेल से रिहाई के अगले दिन कालीचरण महाराज ने मंगलवार को कहा कि उसे अपने विवादास्पद बयान पर बिल्कुल भी पछतावा नहीं है. उसने यह भी कहा कि ‘‘कलयुग में सच बोलने की सजा'' के तौर पर उसके खिलाफ FIR दर्ज की गई.अधिकारियों ने बताया कि रायपुर की केंद्रीय जेल में तीन महीने तक न्यायिक हिरासत के तहत बंद रहे कालीचरण को जमानत पर सोमवार को रिहा किया गया. इसके बाद वह हवाई मार्ग से मंगलवार रात इंदौर पहुंचा.स्थानीय हवाई अड्डे पर जब संवाददाताओं ने कालीचरण से पूछा कि क्या उसे महात्मा गांधी को लेकर अपने विवादास्पद बयान पर कोई पछतावा है, तो उसने जवाब दिया, ‘‘मुझे बिल्कुल भी पछतावा नहीं है.'' इस बयान के कारण अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक मामले के जिक्र पर कालीचरण ने कहा, ‘‘यह कलयुग में सच बोलने की सजा है.''
चश्मदीदों ने बताया कि कालीचरण के इंदौर आगमन के दौरान स्थानीय हवाई अड्डे पर अखिल भारत हिंदू महासभा और अन्य दक्षिणपंथी संगठनों के करीब 150 कार्यकर्ता जुटे. उन्होंने महात्मा गांधी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने के आरोपी कालीचरण का फूल माला पहनाकर स्वागत किया.
इन कार्यकर्ताओं ने हवाई अड्डे के आगमन और प्रस्थान द्वारों के सामने की सड़क पर राष्ट्रध्वज तिरंगा और भगवा झंडे लहराते हुए 'जो राष्ट्रहित की बात करेगा, वही राष्ट्रपिता कहलाएगा' के नारे लगाए और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस नीत सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी की. इस दौरान हवाई अड्डा परिसर में पुलिस बल की तैनाती की गई थी.गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने कालीचरण को 30 दिसंबर 2021 को मध्य प्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार किया था. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दिसंबर 2021 में आयोजित ‘‘धर्म संसद'' के दौरान कालीचरण ने अपने भाषण के दौरान महात्मा गांधी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया था.
- ये भी पढ़ें -
* सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 22 यूट्यूब चैनलों को किया ब्लॉक, 4 पाकिस्तान से जुड़े
* दक्षिण दिल्ली में नगर निगम के फरमान के बाद मीट की सभी दुकानें बंद
* राहुल-प्रियंका को 'किनारे हटने' की सलाह देने वाले पार्टी प्रवक्ता को कांग्रेस ने पद से हटाया
गोरखपुर हमले के मामले में मुंबई पहुंची यूपी एटीएस की टीम