कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज संसद सदस्यता रद्द होने पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि, ''मैं भारत की आवाज के लिए लड़ रहा हूं. मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं.'' गुजरात के सूरत की अदालत में मानहानि के मामले में राहुल गांधी को कल दो साल की सजा सुनाई गई. इसके बाद आज कानून के अनुसार उनकी संसद सदस्यता समाप्त कर दी गई.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को सन 2019 के मानहानि मामले में दो साल की जेल की सजा सुनाए जाने के बाद शुक्रवार को उनकी संसद की निचले सदन की सदस्यता समाप्त कर दी गई.
लोकसभा सचिवालय ने उनके निर्वाचन क्षेत्र केरल के वायनाड को खाली घोषित कर दिया है. चुनाव आयोग अब इस सीट पर उप चुनाव की घोषणा कर सकता है. राहुल गांधी को दिल्ली में अपना सरकारी बंगला खाली करने के लिए एक महीने का समय मिलेगा.
कांग्रेस ने इस कदम के पीछे 'साजिश' का आरोप लगाया. कांग्रेस ने दावा किया है कि राहुल गांधी को चुप कराया जा रहा है क्योंकि वे सरकार से कठिन सवाल पूछ रहे हैं. बीजेपी ने इस कदम को 'वैध' कहा. उसने कहा कि एक स्वतंत्र अदालत ने उनकी टिप्पणी पर फैसला दिया. बीजेपी ने दावा किया कि उन्होंने पूरे अन्य पिछड़े वर्ग (ओबीसी) समुदाय का अपमान किया है.
कांग्रेस के 52 वर्षीय नेता राहुल गांधी को एक अदालत ने दोषी ठहराया है. उन्हें उनके 2019 के एक भाषण के लिए गुरुवार को गुजरात में दो साल की जेल की सजा सुनाई गई. राहुल गांदी ने पीएम मोदी के सरनेम को दो भगोड़े व्यापारियों के साथ जोड़ते हुए टिप्पणी की थी कि "चोरों" ने सरनेम एक ही कैसे होते हैं .
अदालत ने राहुल गांधी को जमानत दे दी है और उनकी सजा 30 दिनों के लिए निलंबित की है ताकि उन्हें उच्च न्यायालय में अपील करने की इजाजत मिल सके. लेकिन कानून के अनुसार, किसी भी सांसद को किसी अपराध का दोषी ठहराया जाता है और कम से कम दो साल की जेल की सजा सुनाई जाती है तो उसकी संसद की सदस्यता समाप्त हो जाती है.