Himachal Assembly Election 2022 : हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में नई सरकार चुनने के लिए मतदान के लिए पूरी तरह तैयार है. विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला आज 55 लाख से अधिक मतदाता करेंगे. भाजपा 1982 से राज्य में वैकल्पिक सरकार की प्रवृत्ति को पलटते हुए राज्य में सत्ता बरकरार रखने पर नजर गड़ाए हुए है, जबकि कांग्रेस अपनी '10 गारंटी' पर भरोसा जता रही है, जिसे पार्टी ने सत्ता में आने पर पूरा करने का वादा किया है. आम आदमी पार्टी भी चुनावों में मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद में पहाड़ी राज्य में पैठ बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है. हालांकि बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियां यहां बागियों की समस्याओं का सामना कर रही हैं. आज हम इस खबर में आपको हिमाचल प्रदेश की प्रमुख विधानसभा सीटों और यहां के चर्चित उम्मीदवारोम पर एक नजर डालते हैं.
सराज विधानसभा
सबसे पहले बात करते हैं सराज विधानसभा की जो यहां की हॉट सीट मानी है, क्योंकि यहां से हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर फिर से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस ने इस सीट पर चेतराम ठाकुर को मैदान में उतारा है, जिन्होंने पिछली बार भी इस सीट से चुनाव लड़ा था. महिंदर राणा माकपा से उम्मीदवार हैं.
हरोली विधानसभा
कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री ऊना जिले के हरोली विधानसभा क्षेत्र से अपना पांचवां चुनाव लड़ रहे हैं. भाजपा ने उनके खिलाफ प्रदेश प्रवक्ता राम कुमार को मैदान में उतारा है.
नादौन विधानसभा
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू नादौन से चुनाव लड़ रहे हैं. यहां भाजपा ने विजय अग्निहोत्री को मैदान में उतारा है.
डलहौजी विधानसभा
हिमाचल प्रदेश की पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता आशा कुमारी डलहौजी से चुनाव लड़ रही हैं. उनका मुकाबला भाजपा के डीएस ठाकुर और आप के मनीष सरीन से है.
दरांग विधानसभा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर अपनी परंपरागत सीट दरांग से भाजपा के पूरन चंद ठाकुर और आप उम्मीदवार सुनीता ठाकुर के खिलाफ फिर से चुनाव लड़ रहे हैं.
शिमला ग्रामीण विधानसभा
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह शिमला ग्रामीण से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी ने इस सीट से रवि मेहता को मैदान में उतारा है.
शिमला शहरी विधानसभा
शिमला शहरी में कांग्रेस के हरीश जनार्दन का मुकाबला भाजपा के चायवाला उम्मीदवार संजय सूद से है. आप के चमन राकेश अजता और माकपा के टिकेंद्र सिंह पवार भी मैदान में हैं.
नूरपुर विधानसभा
नूरपुर में भाजपा ने रणवीर सिंह को मैदान में उतारा है, जिनका मुकाबला कांग्रेस के अजय महाजन और आम आदमी पार्टी की मनीषी कुमारी से है.
फतेहपुर विधानसभा
फतेहपुर से हाल ही में हुए उपचुनाव में जीत हासिल करने वाले भवानी पठानिया का मुकाबला भाजपा के मंत्री और उम्मीदवार राकेश पठानिया से है. आप ने हिमाचल के पूर्व मंत्री राजन सुशांत को मैदान में उतारा है.
नगरोटा विधानसभा
नगरोटा में कांग्रेस उम्मीदवार आरएस बाली का मुकाबला भाजपा उम्मीदवार अरुण कुमार मेहरा और एपीपी उम्मीदवार उमाकांत डोगरा से है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा के स्पीकर विपिन परमार का मुकाबला सुलह से जगदीश सफेया और आप उम्मीदवार रविंद्र सिंह से है.
सुजानपुर विधानसभा
सुजानपुर में कांग्रेस ने एक बार फिर राजिंदर सिंह राणा को मैदान में उतारा है, जिन्होंने 2017 के चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को हराया था. भाजपा ने इस सीट से रंजीत सिंह और आप ने अनिल राणा को मैदान में उतारा है.
भरमौर विधानसभा
भरमौर से भाजपा के डॉ. जनक राज का मुकाबला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ठाकुर सिंह भरमौरी से है. आप ने प्रकाश चंद भारद्वाज को मैदान में उतारा है.
जुब्बल कोटखाई विधानसभा
जुब्बल कोटखाई में कांग्रेस ने मौजूदा विधायक रोहित ठाकुर को मैदान में उतारा है. उनका मुकाबला भाजपा के चेतन सिंह बरागटा से है. माकपा ने विशाल शांगटा और श्रीकांत चौहान को आप उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर का मुकाबला माकपा के राकेश सिंघा, भाजपा के अजय श्याम और आप के अतर सिंह से है.
कसुम्पटी विधानसभा
मंत्री सुरेश भारद्वाज को शिमला से कसुम्पटी शिफ्ट किया गया है. कांग्रेस उम्मीदवार अनिरुद्ध सिंह और माकपा उम्मीदवार कुलदीप सिंह तंवर भी मैदान में हैं.
हिमाचल में कौन रहे बीजेपी के स्टार प्रचारक
भाजपा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी प्रमुख जगत प्रकाश नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसे स्टार प्रचारकों को चुनाव के लिए उतारा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पहाड़ी राज्य में चुनाव प्रचार किया.
कांग्रेस ने हिमाचल में किसे सौंपी प्रचार की कमान
हिमाचल में कांग्रेस का प्रचार करने के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित पार्टी के अन्य शीर्ष नेताओं के साथ मैदान पर उतरीं.
हिमाचल में बने 7,881 मतदान केंद्र
निर्वाचन आयोग के अनुसार कल होने वाले मतदान के लिए कुल 7,881 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. कांगड़ा जिले में सबसे अधिक 1,625 मतदान केंद्र हैं, जबकि लाहौल-स्पीति जिले में सबसे कम 92 मतदान केंद्र हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में 7,235 और शहरी क्षेत्रों में 646 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इसके अलावा सिद्धबाड़ी (धर्मशाला), बड़ा भंगाल (बैजनाथ) और ढिल्लों (कसौली) में भी तीन सहायक मतदान केंद्र बनाए जाएंगे.
इस बीच, हिमाचल प्रदेश में निष्पक्ष विधानसभा चुनाव कराने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की 67 कंपनियों, जिनमें 6,700 कर्मी और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 15 कंपनियो को लगाया गया है. इसके अलावा 50,000 सरकारी कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी पर लगाया गया है. राज्य भर में 25,000 पुलिस अधिकारी भी तैनात हैं. बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में हिमाचल प्रदेश की 68 सीटों में से बीजेपी को 44 और कांग्रेस को महज 21 सीटों पर जीत मिली थी.
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